
नवगछिया के विजय घाट स्थित कोसी नदी पर बना पीपा पुल गुरूवार की दोपहर में नदी की तेज धारा में ढोलबज्जा की तरफ से उत्तरी हिस्से में पीपा में लगाया गया स्लोप के अंदर की मिट्टी कट जाने से पीपा पुल हवा में झूलने लगा। पीपा पुल के ध्वस्त होने के कारण इस पुल से होकर होने वाला आवागमन ठप हो गया जिससे लोगों में अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। पुल के क्षतिग्रस्त होने से इस मार्ग से भागलपुर जिले का पूर्णिया व मधेपुरा से कट गया है। आवागमन ठप होने से सीमावर्ती ढोलबज्जा, कदवा, खैरपुर कदवा के अलावा मधेपुरा व पूर्णिया जिले के लोगों को भी आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सेतु से होकर आवागमन ठप होने पर वहां नौका का परिचालन प्रारंभ हो गया है। नदी के दोनों किनारों पर फंसे यात्री नाव पर सवार होकर किसी तरह अपने गंतव्य की ओर जा रहे थे।
अनुमंडलपदाधिकारी कपिलदेव महतो ने बताया कि पीपा पुल टूटा नहीं है वरन कोसी में जलस्तर की वृद्धि के चलते वह जमीन से ऊपर हो गया है। उसके कारण इस मार्ग पर यातायात बंद हो गया है। उन्होंने बताया कि संवेदक को पीपा पुल की मरम्मत का निर्देश दिया जा रहा है।
उधर पीपा पुल नाकाम होने के बाद भी कई लोग पानी में प्रवेश कर पीपा पुल पर सवार होकर अपनी यात्रा जारी रखे हुए हैं। मालूम हो कि विजय घाट पर पक्का पुल के अभाव में पिछले कई सालों से हर साल बरसात के दौरान लगभग छह माह तक कोसी नदी पर आवागमन की समस्या बनी रहती है। उस दौरान कोसी में बाढ़ आ जाने के कारण पीपा पुल को बहने से बचाने के लिए उसे खोल लिया जाता है। इस पुल पर आवागमन बंद होने से तीन जिलों के यात्रियों की लगभग एक लाख आबादी छह माह तक नाव से नदी पार करने को मजबूर होना पड़ता है। उधर कोसी नदी के जलस्तर में एकाएक बढ़ोत्तरी होने से सीमावर्ती इलाके के लोग बाढ़ आने की आशंका से चितिंत हो उठे हैं।