महाराष्ट्र अंतर्गत कुर्ला के नेहरू नगर थाने के पुलिस कर्मियों द्वारा घूस लेने का
मामला प्रकाश में आने के बाद महाराष्ट्र सरकार ने 35 पुलिस कर्मियों को
निलंबित करने का आदेश दे दिया है और एसीपी को इस मामले की जांच करने के लिए
कहा गया है।
स्टिंग आपरेशन करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता कासिम खान(47) का कहना है कि
पुलिसवालों ने ठक्कर बप्पा शरणार्थी शिविर में एक इमारत को न ढहाने के
लिए पैसे लिए हैं। कासिम का एक दोस्त नगर निगम से अनुमति लिए बिना कैंप
में बने अपने घर का निर्माण करवा रहा था। उसे इसके लिए नगर निगम ने नोटिस
भी दी पर उसने इसे नजरअंदाज कर दिया। वीडियों में दिखाया गया है कि वरिष्ठ
पुलिस इंस्पेक्टर से लेकर कांस्टेबल तक को लगभग 45000 रूपये बतौर घूस
दिये गये हैं।
कासिम के अनुसार उसने इसकी शिकायत पुलिस आयुक्त और भ्रष्टाचार विरोधी
ब्यूरो से की, लेकिन कोई सुनवाई न किये जाने के बाद उसने फरवरी 2013 में
बांबे हाई कोर्ट में घटना के संबंध में जनहित याचिका दायर की।
पुलिस कर्मियों द्वारा रिश्वत लेने का यह मामला ऐसे समय में प्रकाश में
आया जब ठाणे में एक इमारत के गिरने से 74 लोगों के मरने का मामला अभी तक
लोग भूले नहीं है। अब देखने वाली बात यह होगी सरकार इस मामले को कैसे लेती
है।