मोबाइल फोन से जुड़े खतरों के बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन की देखरेख में हो रहा है बेहद अहम अध्ययन। इस अध्ययन से कई चौंकाने वाले नतीजे सामने आ रहे हैं जिसमें से एक के अनुसार 10 साल लगातार मोबाइल का इस्तेमाल करने वालों को ब्रेन ट्यूमर का खतरा ज्यादा होता है.
देशभर में तेजी से बढ़ रहे मोबाइल टॉवरों की तादाद आपकी सेहत का सत्यानाश कर सकते हैं, अब तक ये बात सिर्फ कही-सुनी जा रही थी। अब साबित भी हो गई है. दिल्ली में किए गए एक सर्वे में कई जगहों पर मोबाइल टॉवर से होने वाले रेडिएशन सामान्य से 15-20 गुना ज्यादा पाए गए हैं.
इंटरनेट और मोबाइल फोन पर लोगों की निर्भरता बढती जा रही है. एक अध्ययन में बताया गया है कि हालात यहां तक जा पहुंचे हैं कि फोन और इंटरनेट से अलग अकेला होने पर आदमी सुकून की बजाय बेचैन महसूस करने लगा है.
मोबाइल कवरेज नहीं मिलने पर होते हैं बेचैन
शोधकर्ताओं ने पाया कि ऐसे स्थान पर जहां मोबाइल का कवरेज नही और इंटरनेट नही, वहां जाकर काफी संख्या में लोग तनाव और बेचैनी महसूस करते हैं. वर्जिन मीडिया ने फ्यूचर लेबोरेटोरी द्वारा यह सर्वे कराया. सर्वे में पाया गया कि घर पर रहने वाली 85 फीसदी महिलाएं इंटरनेट और मोबाइल के माध्यम से हमेशा ‘कनेक्टेड’ रहती हैं. इनमें से एक तिहाई को इस पर कोई गिला नही. डेली मेल में प्रकाशित खबर के अनुसार, पाया गया कि घर से कनेक्ट न होने पर 36 प्रतिशत लोग बेचैन हो गये. जबकि केवल 29 फीसद लोग ने खुद को सुकून में पाया.
खो रही है मानसिक अशांति
मनोवैज्ञानिक जेम्स ब्रुक का कहना था कि ये लोग मानते हैं कि आधुनिक समय में तकनीक से दूर होने का मतलब अपनी क्षमताओं को कम करना है. उन्हें लगता है कि उनका किसी भी वक्त महत्वपूर्ण ईमेल या कोई फोन कॉल छूट सकता है या कोई ब्रेकिंग न्यूज हाथ से निकल सकता है. उन्होंने कहा कि ये लोग समझते हैं कि अगर वे ‘कनेक्टेड’ नही तो यह उनकी मानसिक शांति और भावना के लिए अच्छा नहीं.
बाहरी दुनिया से जुड़े रहने का माध्यम
ऑनलाइन पैरेंटिंग नेटवर्क ‘नेटमम्स’ चलाने वालीं सिओभान फ्रीगार्ड ने कहा, ‘‘ खासकर नई मम्मियों के लिए लंबे समय तक घर में रहना आसान होता है क्योंकि वास्तव में वे नई तकनीकों के माध्यम से बाहरी दुनिया से जुड़ी होती हैं.’’
ध्यान दें
प्रकाशित समाचारों पर आप अपनी राय या टिपण्णी भी भेज सकते हैं , हर समाचार के नीचे टिपण्णी पर क्लिक कर के .
लोकप्रिय समाचार
-
वयोवृद्ध माकपा नेता ज्योति बसु की हालत आज भी अत्यंत गंभीर बनी हुई है। साल्टलेक स्थित एएमआरआई अस्पताल में 95 वर्षीय माकपा नेता के इलाज के लिए...
-
राजेश कानोडिया कहते हैं पक्षी राज गरुड़ का मनभावन क्षेत्र कोसी का किनारा होता है। तभी तो ये पक्षी प्रति वर्ष इस क्षेत्र में आकर विचरण करते ...
-
कांग्रेस प्रत्यासी सदानंद सिंह के अनुसार केन्द्र में मजबूत सरकार सिर्फ़ कांग्रेस ही दे सकती है। भाजपा मुद्दा विहीन है। जनता ने इस दफे अगर ...
-
बुनकरों के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडराते देख नाबार्ड ने उनके लिए रात में भी वस्त्र का उत्पादन जारी रखने पहल की है। इसके तहत उन्हें बिना ख...
-
नवगछिया स्टेशन पर पूर्वमध्य रेल के महाप्रबंधक गिरीश भटनागर ने प्लेटफोर्म संख्या दो पर उपरिगामी पुल का उद्घाटन किया। मौके पर उपस्थित मारवाड...
-
कौशल किशोर मिश्र, भागलपुर बिहार के भागलपुर, मधेपुरा, पूर्णिया, कोसी व सीमांचल के दियारा (डेल्टा) इलाकों में पुलिस-प्रशासन का नहीं गुंडा बैं...
-
दूसरे पर निर्भरता कम करने के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री नि:शक्तजन स्वरोजगार ऋण योजना की शुरूआत की है। इस योजना के तहत विकलांगों को स्वरो...
-
पटना उच्च न्यायालय ने पूर्व में दिये गये निर्देश के बाद भी सरकार के हलफनामा नहीं दायर करने पर शुक्रवार को गहरी नाराजगी जतायी। न्यायाधीश अजय...
-
पटना। बिहार में डॉल्फिन की संख्या बहुत तेजी से घटती जा रही है। भारत में करीब दो हजार डॉल्फिन हैं जिनमें से करीब 1300 के बिहार में पाई जाती...
-
गोपालपुर थाना क्षेत्र के अजमाबाद निवासी सीताराम भगत ने लक्ष्मण टोला के अवधेश मंडल और मंटू मंडल पर दो वर्ष में रुपये दो गुना करने का प्रलोभन ...