22 सितंबर, 2009

भारत-चीन 'तनाव' के पीछे अमेरिका!

भारत सरकाके उच्च स्तरीय सूत्रों के अनुसार अमेरिका की हथियार लॉबी भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ाने की साजिश रच रही है।

हाल ही में प्रधानमंत्री के सुरक्षा सलाहकार एमके नारायणन व चीन के राजदूत के बीच बैठक में यह बात सामने आई कि कोई तीसरा देश अपने हथियारों का बाजार बढ़ाने के लिए दोनों देशों के बीच संबंधों को सामान्य बनाने के रास्ते में बाधाएँ खड़ी करने की कोशिश कर रहा है। इस अभियान में अमेरिका की हथियार लॉबी भारतीय मीडिया के एक हिस्से का इस्तेमाल कर रही है।

जाँच के निर्देश : सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री कार्यालय ने देश की खुफिया एजेंसियों को इस बात की जाँच करने का निर्देश दिया है कि गलत खबरों के आधार पर चीन के खिलाफ युद्धोन्माद फैलाने का मीडिया अभियान किस तरह शुरू हुआ और इसके पीछे कौन है?

अमेरिकी रक्षा उद्योग चिंतित : भारत-चीन के बीच व्यापार जिस गति से बढ़ा, उससे अमेरिकी रक्षा उद्योग की चिंता बढ़ी है। आर्थिक संकट के बावजूद अमेरिका के रक्षा निर्यात में कमी दर्ज नहीं हुई। भारत और चीन के बीच संबंध सामान्य होते हैं तो अमेरिकी रक्षा कंपनियों के लिए यह अच्छा संकेत नहीं है।

बढ़ा-चढ़ाकर पेश: कुछ टीवी चैनलों ने सीमा पर चीन की घुसपैठ को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया, जैसे दोनों देशों के बीच युद्ध होने की नौबत आ गई हो। खुफिया एजेंसियों का आकलन है कि अमेरिकी रक्षा कंपनियों ने धन-बल से भारतीय मीडिया के एक हिस्से को प्रभावित किया है।

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