29 सितंबर, 2009

एयर इंडिया का परिचालन बंद नहीं होगा

नागर विमानन मंत्रालय ने सोमवार देर रात एयर इंडिया की सेवा बंद करने की संभावना को खारिज कर दिया। मंत्रालय ने प्रबंधन से कहा है कि वह कर्मचारियों के सभी धड़ों के साथ ‘व्यापक वार्ता’ करे।

मंत्रालय ने सभी कार्यकारी पायलटों से भी तत्काल हड़ताल खत्म करने को कहा है। आज लगातार तीसरे दिन चली हड़ताल से 40 उड़ानें प्रभावित हुईं। पायलट प्रोत्साहन से जुड़े लाभों (पीएलआई) में कटौती का विरोध कर रहे हैं।

नागर विमानन मंत्रालय के सचिव एम माधवन नांबियार ने कहा कि एयर इंडिया प्रबंधन ने यूनियन से जुड़े कर्मचारी वर्ग के पीएलआई या अन्य किसी भत्ते में कटौती का फैसला नहीं किया है।

उन्होंने कहा कि मामले पर गौर करने के लिए बनी समिति द्वारा कर्मचारियों के साथ सभी पहलुओं पर बात करने के बाद कार्यकारी पायलटों के संबंध में फैसला किया जाएगा। ऐसी खबरें आईं थीं कि नागर विमानन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने एयर इंडिया के संकट के बारे में प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह से बात की थी।

इस बात पर जोर देते हुए कि विमान सेवा में बाधा आने से यात्रियों को परेशानी हो रही है और विमान सेवा की प्रतिष्ठा को हानि पहुँचा रही है, वक्तव्य में कहा गया है कि कर्मचारियों को कंपनी के हित के लिए प्रबंधन के साथ सहयोग करना चाहिए। इसमें कहा गया है कि हम प्रबंधन को सलाह देते हैं कि वह सभी धड़ों के कर्मचारियों के साथ व्यापक वार्ता करे।

इसके पहले हड़ताली पायलटों के साथ हुई वार्ता के किसी समाधान पर पहुँचने में असफल रहने पर दिल्ली और मुंबई में मौजूद विमान सेवा के सूत्रों ने कहा था कि एयर इंडिया सोमवार रात से 15 दिन के लिए अपनी उड़ानों का संचालन बंद करने जा रही है।

एयर इंडिया के बयान ने उन खबरों को पूरी तरह निराधार और झूठा करार दिया, जिसमें कंपनी में तालाबंदी की घोषणा होने की बात कही गई है।

एयर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अरविंद जाधव ने कहा था कि कल से उपलब्ध पायलटों के साथ उड़ानों का संचालन होगा और हड़ताली पायलटों को अपनी हड़ताल वापस लेने को कहा गया है। विमान सेवा ने बुकिंग लेना भी अस्वीकार कर दिया था। विमान सेवा की वेबसाइट पर ‘कोई सीट उपलब्ध नहीं’ का संदेश प्रसारित हो रहा था।

एक सूत्र ने मुंबई में बताया कि बुकिंग एजेंट्स को आज रात से 15 अक्टूबर तक कोई बुकिंग न लेने को कहा गया है। जाधव की हड़ताली पायलटों के साथ दूसरे दौर की वार्ता हुई, लेकिन उसके बाद भी कोई समाधान नहीं निकला।

प्रदर्शनकारी पायलटों का प्रतिनिधित्व कर रहे कैप्टन वीके भल्ला ने कहा कि दो घंटे तक चली बैठक की समाप्ति ‘गतिरोध’ के रूप में हुई। एयर इंडिया के प्रवक्ता जितेंद्र भार्गव ने भी वार्ता को ‘बेनतीजा’ बताया। बैठक के बाद जारी हुई एक विज्ञप्ति में कहा गया कि प्रबंधन ने उन पायलटों से कड़ाई से निपटने का फैसला किया है, जिनके पिछले तीन दिनों में बीमार पड़ने के कारण उड़ान सेवा प्रभावित हुई हैं।

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