09 जून, 2012

निर्मल बाबा के बाद राधे माँ

अजीब-ओ-गरीब उपाय बताकर लोगों का दुख दूर करने का दावा करने वाले निर्मलजीत सिंह नरूला उर्फ निर्मल बाबा का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ है कि राधे मां की चर्चा जोर पकड़ने लगी है। इन्हें दुर्गा का अवतार माना जा रहा हैं। राधे मां न तो कुछ बोलती न कोई प्रवचन देती हैं। उनकी नजरों का हर कोई कायल है। राधे मां के आयोजनों मे लाखोलोग शरीक होते हैं। शहर भर में बड़े-बड़े बैनर पोस्टर लगाकर इनका प्रचार किया जाता है। राधे मां का जन्म पंजाब के एक सिख परिवार में हुआ है। इनकी शादी पंजाब के ही व्यापारी सरदार मोहन सिंह से हुई है। महंत रामदीन के प्रभाव में आने के बाद राधे मां की ख्याति बढ़ी। कथिक रूप से वह लोगों के व्यक्तिगत, व्यापारीक और पारिवारिक समस्याओं को दूर करने लगी। आज राधे मां का जलवा देश-विदेश में फैला हुआ है। मुंबई उनके लिए बड़े-बड़े आयोजन किए जाते हैं। एक निजी न्यूज चैनल ने दावा किया है कि उनके पास राधे मां की बोलती हुई वीडियो फुटेज है। राधे मां पर भी निर्मल बाबा की तरह उंगली उठाई जा रही है। धीरे-धीरे विरोध के स्वर तेज हो रहे हैं।

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