सात दिनों की ख़ाक छानने के बाद आखिर पुलिस को मिली
तो प्रीतम भट्टाचार्य की लाश। वो भी कटरिया स्टेशन से कुछ ही दूर पूरब रेल ट्रेक के किनारे। नवगछिया एसपी ने मामले की पुष्टी करते हुए बताया कि रविवार की सुबह ग्रामीणों ने सूचित किया कि एक लाश कटरिया रेल ओवर ब्रीज के समीप रेल ट्रेक के किनारे है। जिसकी छान बीन से पता चला कि यह लाश असाम के सिलचर निवासी युवक प्रीतम भट्टाचार्य का ही है। जो सिलचर स्थित महिला कालेज के सेवा निवृत प्राचार्य की एकलौती संतान थी। जिसकी खोज में युवक के चाचा, मामा, फूफा और चचेरा भाई नवगछिया में कई दिन से पुलिस के भरोसे ठहरे हुए हैं।
तो प्रीतम भट्टाचार्य की लाश। वो भी कटरिया स्टेशन से कुछ ही दूर पूरब रेल ट्रेक के किनारे। नवगछिया एसपी ने मामले की पुष्टी करते हुए बताया कि रविवार की सुबह ग्रामीणों ने सूचित किया कि एक लाश कटरिया रेल ओवर ब्रीज के समीप रेल ट्रेक के किनारे है। जिसकी छान बीन से पता चला कि यह लाश असाम के सिलचर निवासी युवक प्रीतम भट्टाचार्य का ही है। जो सिलचर स्थित महिला कालेज के सेवा निवृत प्राचार्य की एकलौती संतान थी। जिसकी खोज में युवक के चाचा, मामा, फूफा और चचेरा भाई नवगछिया में कई दिन से पुलिस के भरोसे ठहरे हुए हैं। बताते चलें कि प्रीतम भट्टाचार्य गौहाटी से दिल्ली जाने के क्रम में ९ जुलाई को नवगछिया स्टेशन पर उतरा था। उसके बाद से वह लापता हो गया था। जिसकी खोज में बिहार के रेल आईजी विनय कुमार भी नवगछिया आ कर एसपी नवगछिया सहित रेल के डीएसपी एवं थानाध्यक्ष को आवश्यक निर्देश जारी किया था।