07 मई, 2012

भ्रष्ट लोगों को सर्वोच्च संस्था में न भेजे - बाबा रामदेव

योगगुरु बाबा रामदेव ने एक बार फिर आरोप लगाया कि संसद में बैठे कुछ सदस्य दुराचारी, भ्रष्टाचारी और हत्यारे हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि देश तो संसद में बैठे 543 लोग ही चलाएंगे, बशर्ते वे भ्रष्ट न हों।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में सोमवार को मुरैना में आयोजित योग शिविर में बाबा रामदेव ने कहा कि जनता भ्रष्ट लोगों को चुनकर देश की सर्वोच्च संस्था में न भेजे। इससे पहले रविवार शाम भड़काऊ भाषण देते हुए उन्होंने कहा था कि डाकुओं का 'प्रमोशन' हो गया है और वे अब जंगल से निकलकर दिल्ली पहुंच गए हैं। जनता ऐसे लोगों को चुनकर लोकसभा और विधानसभा में न भेजे।
बाबा ने कहा कि आज महंगाई की मार से आम आदमी परेशान और दुखी है और सरकार कुछ नहीं कर रही है। कालाबाजारियों के हौसले बुलंद हैं। विदेश में जमा कालेधन को लेकर बाबा का कहना है कि वह इसे वापस लाने के लिए आखिरी सांस तक लड़ेंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बाबा को देश का क्रांतिकारी संत बताते हुए कहा कि वह उनकी मुहिम में उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि बाबा उनके मेहमान हैं। योग शिविर के बाद मुख्यमंत्री ने बाबा से करीब डेढ़ घंटे तक बंद कमरे में बातचीत की। बातचीत के बारे में जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है।
दूसरी ओर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर कार्यालय पर बाबा का पुतला फूंका। जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश मावई ने आरोप लगाया कि बाबा स्वयं भ्रष्ट हैं और काला धन स्वदेश लाने का उनका अभियान एक दिखावा है। बाबा भाजपा के इशारे पर काम करते हैं। वह खुलकर भाजपा के साथ क्यों नहीं आ जाते। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के साथ हुई बाबा की बातचीत में उनकी प्रदेश यात्रा का खर्च राज्य सरकार द्वारा उठाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जनता का धन बाबा पर खर्च किया जा रहा है।

ध्यान दें

प्रकाशित समाचारों पर आप अपनी राय या टिपण्णी भी भेज सकते हैं , हर समाचार के नीचे टिपण्णी पर क्लिक कर के .

लोकप्रिय समाचार