25 अक्तूबर, 2010

गंगा की गोद से हुआ गंगा को बचाने का शंखनाद

हरिद्वार। गंगा बचाओ का शंखनाद हो गया है। रविवार को हरिद्वार में निर्मल गंगा अविरल प्रवाह-2010 अभियान शुरू किया गया। इसके तहत नौका विहार के जरिए पुलिसकर्मी व जागरूक नागरिक तटों पर गंगा बचाओ का संदेश देने के लिएरवाना हुए। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक ज्योति स्वरूप पांडेय ने लोगों से अभियान को सार्थक बनाने की अपील की है। यहां भूपतवाला स्थित भूमा निकेतन के पीठाधीश्वर अच्युतानंद महाराज के नेतृत्व में रविवार को गंगा बचाओ विषयक भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा हरकी पैड़ी होते हुए चंडीघाट स्थित तट पर पहुंची। शोभायात्रा में विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने तख्तियों में अंकित स्लोगनों के जरिए गंगा की महिमा व गरिमा का बखान किया था। गंगा तट पर शोभायात्रा के पहुंचते ही चारों ओर गंगा मैया की जय का नारा गूंज उठा। करीब 30 नौकाओं से पुलिसकर्मियों समेत करीब सौ जागरूक लोगों ने नौका विहार कर अभियान का विधिवत शुभारंभ किया। संत समाज व पुलिस महकमे के समन्वय से नौका विहार का यह अभियान उत्तर प्रदेश होते हुए 21 नवंबर को पटना जाकर संपन्न होगा। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मुहम्मद आरिफ खान व जिलाधिकारी डॉ. आर मीनाक्षीसुंदरम, आईजी इंटेलीजेंस उत्तर प्रदेश आदित्य मिश्रा समेत कई आला अधिकारी मौजूद थे। इस दौरान एक सभा में अच्युतानंद महाराज ने कहा कि गंगा किसी धर्म विशेष की नहीं, बल्कि संपूर्ण देश की माता है। गंगा आस्था ही नहीं, वरन भारत की वैभवशाली संस्कृति का साक्षात रूप है। आज गंगा मैया खतरे में है। उन्हें बचाने एवं जल प्रवाह को निर्मल बनाने के पवित्र उद्देश्य के साथ यह अभियान शुरू किया गया है, जिसमें लोगों की सहभागिता अपेक्षित है। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि नौका विहार के जरिए गंगा तटों की स्थिति का जायजा लेने के साथ आमजन को गंगा बचाने के लिए जागरूक किया जाएगा। साथ ही तटों पर बसे कस्बों, शहरों व स्कूलों में विभिन्न सांस्कृतिक एवं अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से अभियान को सफल बनाने की कोशिश की जाएगी।

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