20 अक्तूबर, 2010

विश्वनाथ मंदिर से त्रिशूल चोरी

वाराणसी । काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह के उत्तर दिशा में स्थित अविमुक्तेश्वर महादेव मंदिर से सोमवार को दिनदहाड़े चांदी का त्रिशूल को चोर काट ले गए। जिसे सोमवार को सुबह दस बजे तक मंदिर में शिवलिंग के पास लगे त्रिशूल को सुरक्षित देखा गया था। इस घटना ने हाई सिक्योरिटी जोन घोषित विश्वनाथ मंदिर परिसर की व्यवस्था की पोल खोल दी है।

दोपहर में अचानक लोगों की नजर त्रिशूल पर पड़ी तो देखा गया कि यह टूटा हुआ है। त्रिशूल की फाल चांदी से बनी थी। इसे ही चोर तोड़ ले गए। त्रिशूल का लोहे वाला हिस्सा जस का तस लगा रहा। मंदिर से त्रिशूल का हिस्सा चोरी होने की खबर पर कुछ ही देर में मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय यादव मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मंदिर के लिपिकों और पुजारियों को बुलाकर इस संबंध में पूछताछ की, लेकिन सभी ने अनभिज्ञता जाहिर कर दी । इसके बाद वैल्यूअर बुलाकर मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने नया त्रिशूल लगवाने का निर्देश दिया।

दिनदहाड़े हुई इस चोरी ने मंदिर परिसर की सुरक्षा के नाम पर फैलाए गए तामझाम पर सवालिया निशान लगा दिया है। खास बात यह है कि मंदिर परिक्षेत्र में तो भारी फोर्स की तैनाती की ही जाती है, विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह की सुरक्षा के लिए अलग से सुरक्षाकर्मी लगाए जाते हैं। चौक थाने की भी फोर्स यहां तैनात रहती है। फिर भी चोरी हो जाने से सुरक्षाकर्मियों की निगरानी संदिग्ध हो गई है।

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