18 अगस्त, 2010

युवा पीढ़ी का सपना सरकारी नौकरी

आज भी देश के छोटे शहरों में रहने वाले युवाओं का रूझान सरकारी कंपनियों की ओर बना हुआ है। जबकि महानगरों में रहने और तेजी से तरक्की करने का सपना देखने वाले नौजवान की नजर में निजी क्षेत्र ही बेहतर है। यह खुलासा के एसोचैम के एक सर्वे में हुआ है।

उद्योग मंडल एसोचैम के एक अध्ययन के मुताबिक, बड़े शहरों के विद्यार्थी बड़ी निजी कंपनियों में नौकरी करना पसंद करते हैं, जबकि छोटे शहरों के लोग सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में जाने के इच्छुक हैं।

अध्ययन के मुताबिक, ‘महानगरों के प्रबंधन कालेजों से निकले विद्यार्थी निजी कंपनियों में नौकरी को तरजीह देते हैं क्योंकि उन्हें निजी कंपनियों में तरक्की की अधिक संभावनाएँ दिखती हैं।’

वहीं दूसरी ओर, छोटे शहरों के 80 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों ने ओएनजीसी, एनटीपीसी और सेल जैसी सरकारी कंपनियों में नौकरी करने की इच्छा जाहिर की क्योंकि उन्हें निजी कंपनियों के मुकाबले सरकारी कंपनियों में नौकरी अधिक स्थाई लगती है।

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