24 फ़रवरी, 2010

सरपट दौड़ी ममता की रेल

यात्री किराए में कोई बढ़ोतरी किए बिना रेल मंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को मातृभूमि, कर्मभूमि, संस्कृति, जन्मभूमि और भारत तीर्थ गाड़ियों सहित सवा सौ से अधिक नई ट्रेनें चलाने का ऐलान किया।

लोकसभा में 2010-11 का रेल बजट पेश करते हुए ममता ने कहा कि वाणिज्यिक लाभप्रदता की बजाय वह सामाजिक उत्तरदायित्व को अधिक तरजीह देंगी।

उन्होंने कहा कि मौजूदा आर्थिक स्थिति में जब देश उच्च विकास पथ पर वापस आने की स्थिति में है तो मैं नागरिकों के ऊपर बोझ नहीं डालना चाहती इसलिए गाडियों की किसी श्रेणी या कोटि में किसी प्रकार के यात्री किराए में वृद्धि का प्रस्ताव नहीं रखती हूँ। साथ ही मेरा माल भाड़े में भी बढ़ोतरी का कोई इरादा नहीं है।

इसके साथ ही उन्होंने महँगाई के बोझ को कम करने के प्रयास के तौर पर कहा कि वह उच्च मुद्रास्फीति रूझानों के कारण आम आदमी के सामने आ रही कठिनाइयों से परिचित हैं और उनकी वेदना को समझती हैं।

ममता ने ऐलान किया कि रेलवे के संसाधनों की तंग स्थिति के बावजूद महँगाई को देखते हुए मैं घरेलू उपयोग के लिए खाद्यान्नों और मिटटी के तेल की भाड़ा दरों में सौ रुपए प्रति माल डिब्बा कटौती किए जाने का प्रस्ताव करती हूँ। यह महँगाई को कम करने में योगदान की हमारी एक छोटी चेष्टा है।

रेल मंत्री ने उपचार के लिए जा रहे कैंसर रोगियों को 3-एसी और शयनयान श्रेणी में मुफ्त यात्रा की सुविधा प्रदान की है। अभी तक उन्हें किराए में 75 प्रतिशत की रियायत मिलती थी। उन्होंने सभी तरह के मदरसों के विद्यार्थियों के लिए इज्जत योजना के तहत पिछले बजट में घोषित रियायतों को जारी रखने का प्रस्ताव किया।

रेल मंत्री ने ई-टिकट पर सेवा शुल्क घटाकर स्लीपर श्रेणी के लिए 10 रुपए और एसी के लिए 20 रुपए करने का प्रस्ताव किया।

ममता ने यात्री किराए को अपरिवर्तित रखते हुए 54 नई एक्सप्रेस ट्रेनों और 28 नई पैसेंजर ट्रेनों की घोषणा की। 12 ट्रेनों के फेरों में वृद्धि की गई है जबकि 16 मार्गों पर भारत तीर्थ नामक विशेष पर्यटक ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव किया।

उन्होंने लंबी और कम दूरी की दस दूरंतो ट्रेनें चलाने का भी ऐलान किया। इसके अलावा महिला विशेष रेलों का नाम बदलकर मातृभूमि विशेष करने का प्रस्ताव किया। ममता ने कर्मभूमि नामक तीन अनारक्षित रेलगाड़ियों के परिचालन का ऐलान करते हुए कहा कि रविन्द्रनाथ टैगोर के 150वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में पूरे देश में संस्कृति एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जाएँगी। इसे बांग्लादेश भी ले जाने का प्रस्ताव है।

करीब दो घंटे के डाँट-डपट और दुलार से भरे अपने बजट भाषण में ममता ने कहा कि क्षेत्रीय फिल्म उद्योग के तकनीशियनों फिल्म निर्माण संबंधी कार्य के लिए यात्रा करते समय सभी ट्रेनों के द्वितीय शयनयान में 75 प्रतिशत की छूट और उच्चतर श्रेणियों में 50 प्रतिशत की रियायत दी जाएगी।

ममता ने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों में रेलवे अग्रणी भागीदार होगी और एक राष्ट्रमंडल प्रदर्शनी ट्रेन चलाई जाएगी। रेलवे की ओर से खिलाड़ियों के लिए और पहलों की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि हॉकी के लिए और अधिक जगहों पर एस्ट्रो टर्फ उपलब्ध कराए जाएँगे। उन्होंने दिल्ली, सिकंदराबाद, चेन्नई, और मुंबई में पाँच खेलकूद अकादमियों की स्थापना का प्रस्ताव किया।

रेल मंत्री ने बताया कि लंबी दूरी की 20 ट्रेनों में आटोमेटिक अग्नि एवं धुआँ सूचक प्रणाली लगाई जाएगी जबकि सभी बिना चौकीदार वाली लेवल क्रासिंग पर पाँच वर्षों में चौकीदार तैनात होंगे।

रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में महिलाओं की सुरक्षा की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि महिला वाहिनी के नाम से महिला रेलवे सुरक्षा बल कार्मिकों की 12 कंपनियों का गठन किया जाएगा।

रेल मंत्री ने कहा कि देश के 94 स्टेशनों को आदर्श स्टेशन के रूप में उन्नयन किया जाएगा जबकि दस अन्य स्टेशनों को विश्वस्तरीय स्टेशनों के रूप में परिवर्तित करने के लिए चिन्हित किया गया है। उन्होंने कहा कि 93 अतिरिक्त बहूऊदेश्यीय परिसरों का निर्माण किया जाएगा और सस्ता बोतलबंद पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी के माध्यम से स्वच्छ पेयजल के छह बाटलिंग संयंत्र लगाए जाएँगे।

ममता ने कहा कि सार्वजनिक निजी भागीदारी के जरिए मल्टी लेवल पार्किंग बनायी जाएँगी और नई रेलगाड़ियों के चालन क्षेत्र बढ़ाने और फेरे बढ़ाने की 120 घोषणाओं में से 117 को मार्च 2010 तक हरी झंडी दिखा दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि महिला उम्मीदवारों और अल्पसंख्यक समुदायों एवं आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों के लिए रेल भर्ती बोर्डों का परीक्षा शुल्क माफ किया गया है। अब रेल भर्ती बोर्डों के सभी प्रश्नपत्र हिन्दी, उर्दू और अंग्रेजी और स्थानीय राज्य भाषाओं में बनाये जाएँगे और एक पद विशेष के लिए परीक्षा सभी रेल भर्ती बोर्ड एक साथ आयोजित करेंगे।

ममता ने कहा कि व्यवसायिक मॉडलो के कार्यान्वयन के लिए रेलवे के अंदर एक अलग ढाँचा बनेगा जबकि रेलवे की सभी संबंधित गतिविधियों का समन्वय और पर्यवेक्षण करने के लिए रेल संस्कृति एवं धरोहर संवर्धन बोर्ड का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रविन्द्र नाथ टैगोर के 150वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में हावड़ा में रविन्द्र संग्रहालय और बोलपुर में गीतांजलि संग्रहालय बनेगा जबकि प्रदर्शन कलाओं के साथ शंभू मित्रा सांस्कृतिक परिसर और हावड़ा में संगीत अकादमी की स्थापना की जाएगी।

यात्रियों को टिकट बुकिंग की सुविधा का विस्तार करते हुए उन्होंने टिकट जारी करने के लिए ई-टिकट आधारित सचल वैनों की शुरुआत का ऐलान किया। ये वैन अस्पतालों, अदालतों, विश्वविद्यालयों, तकनीकी शिक्षा संस्थानों जैसी जगहों पर जाएँगी। साथ ही कहा कि आरक्षण स्थिति और रेलगाड़ियों के समयपालन के बारे में यात्रियों को एसएमएस अपडेट मिलेगा। इसी तरह का अपडेट माल यातायात ग्राहकों को मालडिब्बों के संचालन के बारे में दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों पर आधुनिक ट्रालियाँ उपलब्ध कराई जाएँगी, जिन्हें वर्दीधारी परिचालक संभालेंगे।

ममता ने अगले दस साल में सभी रेलकर्मियों को आवास मुहैया कराने के लिए शहरी विकास मंत्रालय की सहायता से सभी के लिए आवास नामक नई योजना की शुरुआत का प्रस्ताव किया।

उनहोंने कहा कि खाली पड़ी रेल भूमि पर अस्पताल और शैक्षिक संस्थान स्थापित करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के साथ समझौता किया गया है।

ममता ने ऐलान किया कि 100 दिन के भीतर निवेशों का प्रस्ताव निपटाने के लिए विशेष कार्यबल का गठन किया जाएगा। देश के विकास के लिए रेल नेटवर्क का समावेशी विकास और विस्तार किया जाएगा।

ममता ने कहा कि निजी आपरेटरों को विशेष मालगाड़ियाँ चलाने और बुनियादी ढाँचे में निवेश की अनुमति मिलेगी जबकि उच्च क्षमता सामान्य प्रयोजन और विशेष प्रयोजन माल डिब्बों के लिए विशेष माल डिब्बा निवेश योजना शुरू की जाएगी। दस जगहों पर ऑटोमोबाइल हब स्थापित करने का ऐलान करते हुए रेल मंत्री ने बिजली खपत कम करने के लिए रेल कर्मचारियों को 26 लाख सीएफएल वितरित करने का प्रस्ताव किया।

उन्होंने कहा कि छह उच्च गति यात्री गलियारों की पहचान की गई है। इन पर आगे की कार्रवाई के लिए राष्ट्रीय उच्च गति रेल प्राधिकरण की स्थापना की जाएगी।

ममता ने कहा कि बांग्लादेश छोर पर अखौरा और भारत के अगरतला के बीच रेल संपर्क स्थापित किया जाएगा जबकि रेल सुरक्षा बल को मजबूत बनाने के लिए उसमें पूर्व सैनिक शामिल किए जाएँगे।

रेल मंत्री ने मदर टेरेसा, टीपू सुल्तान, भगत सिंह के नाम पर कोलकाता मेट्रो के स्टेशनों का नामकरण करने का ऐलान करते हुए कहा कि बालीगंज स्टेशन का नाम बहादुरशाह जफर के नाम पर रखा जाएगा।

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