13 जनवरी, 2010

भूकंप से हजारों के मारे जाने की आशंका

कैरिबियाई देश हेती में आए 7.3 क्षमता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई है और इसमें हजारों लोगों के मारे जाने की आशंका जताई गई है। खबरों में कहा गया है कि राजधानी पोर्ट-ओ-प्रिंस के मध्य को बुरी तरह नुकसान पहुँचा है और भूकंप के बाद कई जगहों से आग लगने की खबरें हैं।

जिन इमारतों को ज्यादा क्षति पहुँची है उनमें अस्पताल, राष्ट्रपति का आवास और संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के मुख्यालय की इमारत शामिल है। संवाददाताओं का कहना है कि हेती में पूरी तबाही का सही-सही अनुमान लगाना कठिन हो रहा है क्योंकि संचार के माध्यम भी ठप्प पड़ गए हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मंगलवार की शाम को आए भूकंप के बाद वहाँ अफरातफरी का माहौल था और आसमान में धूल दिखाई दे रही थी और चीखने-चिल्लाने की आवाजें आ रही थीं। अब वहाँ रात है और राजधानी में अंधेरा है और हजारों लोग सड़कों पर बैठे हुए हैं क्योंकि उनके पास ऐसी कोई जगह नहीं है जहाँ वे जा सकें।

उत्तर अमेरिकी महाद्वीप के कैरीबियाई क्षेत्र का एक छोटा सा देश है और वह दुनिया के गरीबतम देशों में से एक है। वह अभी भी एक साल पहले आए तूफान से उबरने की कोशिश कर रहा है।

अमेरिका ने हेती में भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए तत्काल एक आपदा राहत दल भेजने की घोषणा की है. इसके अलावा फ्रांस और वेनेजुएला ने भी सहायता भेजने की घोषणा की है. इंटर-अमेरिकन डेवलपमेंट बैंक ने हेती को तुरंत दो लाख डॉलर की सहायता देने की घोषणा की है.

भारी नुकसान की आशंका : भूकंप का केंद्र राजधानी पोर्ट-ओ-प्रिंस से 15 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में था। पहले 7.3 क्षमता का भूकंप आया और इसके बाद 5.9 और 5.5 तीव्रता के दो झटके और लगे।

अमेरिकी भूगर्भ विभाग के अनुसार जब भूकंप का पहला झटका आया तो स्थानीय समय के अनुसार शाम को चार बजकर 53 मिनट हुए थे। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने हेती से खबर दी है कि 'मलबों के नीचे अभी भी बहुत से लोग फँसे हुए हैं'।

संचार व्यवस्था ठप्प होने से पहले सहायता एजेंसी के लोगों ने अपने दूसरे साथियों से संपर्क साधने में सफलता पाई। कैथोलिक सहायता सेवा की कैरल जेलेंका ने अमेरिका में अपने साथियों से कहा है कि 'मरने वालों की संख्या हजारों में हो सकती है।'

पड़ोसी देश जमैका से बीबीसी संवाददाता निक डेविस ने खबर दी है कि हैती में जमीन एक मिनट से अधिक समय तक काँपती रही। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि जब भूकंप के झटके आने शुरु हुए तो वे होटल में अपने कमरे में थे और वे भागकर तेजी से बाहर निकले।

उन्होंने बताया, 'मैंने तेज आवाजे सुनीं फिर चीख़ने और चिल्लाने की आवाजे गूंजने लगीं। आसमान में धूल ही धूल दिखाई दे रही थी।'

हेती की सीमा से लगे डोमनिकन रिपब्लिक से बीबीसी वेबसाइट के पाठकों ने कहा है कि उन्होंने भी भूंकप के झटके महसूस किए।

सहायता : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक वक्तव्य में कहा है कि उनकी 'प्रार्थनाएँ' हेती के साथ हैं और अमेरिका हेती की हर संभव सहायता करने को तैयार है।

जबकि विदेश मंत्री हिलरी क्लिंटन ने कहा है, 'भूकंप से हुए जानमाल के नुकसान के बारे में जानकारी इकट्ठा की जा रही है। अमेरिका हेती और दूसरे देशों को पूरी मदद दे रहा है और अमेरिका सैन्य और असैन्य मदद करेगा और जो लोग इस संकट से जूझ रहे हैं, हमारी दुआएँ उनके साथ है।'

जबकि संयुक्त राष्ट्र अधिकारियों ने कहा है कि वे हेती में अपने कार्यालय से वहाँ के हालात का जायजा ले रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टेफ़नी बंकर ने एएफ़पी को बताया कि हेती से संपर्क करने में बाधाएँ आ रही हैं। हेती में अमेरिकी राजदूत रेमंड जोसेफ़ ने कहा है कि भूकंप से वहाँ भारी तबाही हुई है।

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