09 नवंबर, 2009

हाथापाई करने पर 4 विधायक निलंबित

राज ठाकरे के फरमान के खिलाफ हिंदी में शपथ लेने पर सपा विधायक अबु आसिम आजमी पर हमला करने और एक महिला विधायक से र्दुव्‍यवहार के आरोप में मनसे के चार विधायकों को आज महाराष्ट्र विधानसभा से चार साल के लिये निलंबित कर दिया गया.

ध्‍वनी मत से पारित हुआ निलंबन प्रस्‍ताव
संसदीय मामलों के मंत्री हषर्वर्धन पाटिल ने उनके निलंबन का प्रस्ताव रखा जिसे ध्वनि मत से पारित कर लिया गया. इस दौरान शिवसेना और भाजपा गठबंधन के सदस्य गैर हाजिर रहे. पाटिल ने मनसे के नवनिर्वाचित विधायक शिशिर शिंदे, राम कदम, रमेश वंजाले और वसंत गीते के कृत्य को ‘सर्वाधिक निंदनीय’ करार दिया और कहा कि यह सदन की सर्वोच्च परपंरा के खिलाफ है. उन्होंने कहा, ‘‘इस कृत्य से सदन की छवि को नुकसान पहुंचा है. लिहाजा यह विशेषाधिकार का उल्लंघन है.’’

मनसे नेता ने आजमी पर उकसाने का आरोप लगाया
मनसे नेता बाला नांदगांवकर ने प्रस्ताव पर आपत्ति उठाते हुए कहा कि आजामी ने उनके साथियों को उकसाया था. उन्होंने सपा नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि मनसे महिलाओं को सर्वोच्च सम्मान देता है. दल के सदस्यों ने किसी भी महिला विधायक के साथ ‘र्दुव्‍यवहार नहीं किया’. मनसे निलंबन दो अंतिम नादंगांवकर ने कहा कि अगर उनकी पार्टी के विधायकों के किसी कदम से विधानसभा की किसी महिला सदस्य को ठेस पहुंची है तो वह माफी मांगने की पेशकश रखते हैं. जब मनसे सदस्यों ने आजमी पर हमला किया तो पीडब्ल्यूपी विधायक मीनाक्षी पाटिल सपा नेता के निकट खड़ी थीं. इस खींचतान में उन्हें धक्का लग गया.

शिंदे ने प्रस्‍ताव का अनयायपूर्ण करार दिया
मनसे विधायक शिंदे ने प्रस्ताव को ‘अन्यायपूर्ण’ करार दिया. उन्होंने कहा, ‘‘मेरे सामने इंदिरा गांधी का उदाहरण है. उन्हें भी बहुमत ने संसद से निलंबित कर दिया था लेकिन उन्होंने भारतीयों के दिलों पर राज किया और चिकमंगलूर से दोबारा चुनकर आयीं. मैं भी दोबारा एक लाख मतों से जीतूंगा.’’ जब शपथ ग्रहण के लिये शिंदे का नाम तीन बार पुकारा गया तब वह सदन में मौजूद नहीं थे. भाजपा विधायक दल के नेता एकनाथ खड़से ने पूरी घटना को सहानुभूति की नजर से देखने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, ‘‘आज जो हुआ, उसका कोई भी समर्थन नहीं करता है. लेकिन मनसे के इस दावे की पुष्टि के लिये दोबारा फुटेज देखने में कुछ गलत नहीं है कि आजमी ने ही उन्हें अपने हावभाव के जरिये उकसाया था.’’

नहीं बर्दाश्‍त की जाएगी गुंडागर्दी
महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री अशोक चव्‍हाण ने भी कहा है कि एमएनएस गुंडागर्दी कर रही है और इसे किसी कीमत पर बर्दाश्‍त नहीं किया जाएगा. उन्‍होंने यह भी कहा है कि एमएनएस नेताओं द्वारा हाल ही में दिए गए बयानों की जांच भी कराई जाएगी.

एमएनएस विधायकों ने नहीं रखा सदन का मान
गौरतलब है कि महाराष्‍ट्र विधानसभा में एमएनएस विधायकों ने जमकर बवाल मचाया. समाजवादी पार्टी के अबू आजमी ने जैसे ही हिन्‍दी में शपथ लेना शुरू किया वैसे ही एमएनएस विधायकों ने शोर मचाना शुरू कर दिया और उन्‍होंने आजमी के हाथ से माइक छीन लिया. एमएनएस कार्यकर्ताओं ने सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाते हुए जमकर हंगामा किया और अबू आजमी से कहा कि वे उत्तर प्रदेश में जाकर हिंदी में शपथ लें, क्‍योंकि ये महाराष्‍ट्र है और यहां पर सिर्फ मराठी में ही शपथ ली जाएगी.

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