16 सितंबर, 2009

राजनीतिज्ञों की पहचान बदलना जरूरी-भागवत

मथुरा । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को कहा कि वर्तमान राजनीति इतनी दूषित हो गई है किउसमें राजनीतिज्ञों की पहचान बदलना जरूरी हो गया है।

वे आरएसएस तथा जनसंघ के प्रमुख नेता रहे पं. दीनदयाल उपाध्याय की 94वीं जयंती पर उनके पेतृक गाँवनगला चन्द्रभान में आयोजित एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने तत्कालीन राजनीति में उपाध्याय के आदर्शों का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने एक बार स्वयं एकसवाल का जवाब देते हुए कहा था कि राजनीतिक शब्द का प्रयोग करते समय जो छवि उभरती है, वे उसी कोस्वच्छ करने के लिए आरएसएस से राजनीति में आए।

उपाध्याय ने कहा था कि ऐसा करने के लिए पहले उन्हें खुद उन आदर्शों पर चलकर दिखाना होगा जिन्हें वे एकआदर्श राजनीतिक व्यक्ति में देखना चाहते हैं।

संघ प्रमुख ने कहा कि निश्चय ही दीनदयाल उपाध्याय पूजनीय हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि हालाँकि संघ में व्यक्तिपूजा का कहीं कोई स्थान नहीं है, किंतु एक दर्जन ऐसे व्यक्तित्व में से वे एक थे। वे सतयुग की राजनीति करते थे।ऐसे शहीदों को याद करते समय उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लेना चाहिए।

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