07 सितंबर, 2009

चीनी फिर कड़वी

महंगाई पर काबू पाने की सरकारी कोशिश को ठेंगा दिखाते हुए पटना की जिंस मंडी में आज सोमवार को चीनी 225 रुपये प्रति क्विंटल महंगी हो गयी। इसके साथ ही अब मंडी में चीनी के भाव 3075 से 3150 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर पहुंच गये हैं। इससे पूर्व चीनी के भाव 2850 से 2925 रुपये प्रति क्विंटल के बीच चल रहे थे। जाहिर है इससे आम लोगों की परेशानी कुछ और बढ़ेगी। चीनी की बढ़ती कीमत पर अंकुश लगाने के लिए बीते गुरुवार को केंद्र सरकार सितंबर माह के लिए 20 लाख 45 हजार टन चीनी जारी करने की घोषणा की थी। इसमें से 2 लाख 11 हजार टन राशन की दुकानों के लिए और बाकी 18 लाख 34 हजार टन चीनी खुले बाजार के लिए है। यही नहीं, मानसून की दगाबाजी से गन्ने की कमजोर हुई फसल को देखते हुए ब्राजील और दूसरे देशों से चीनी का आयात भी किया है। इसके बावजूद आज मंडी में चीनी की कीमतों में आग लग गई। जानकारों के अनुसार तमाम कोशिशें इस कारण नाकाम साबित हो रही हैं क्योंकि देश में चीनी का उत्पादन गत वर्ष की 265 लाख की तुलना में घटकर 155 लाख टन ही रह गया है। बाजारों सूत्रों के अनुसार त्योहारों के कारण चीनी की खपत बढ़ गयी है। इसके साथ ही स्टाकिस्टों की लिवाली भी चल निकली है। इसी वजह से भाव चढ़ गये हंै। इस तेजी से खुदरा बाजार में चीनी के जो भाव 31 से 33 रुपये प्रति किलो चल रहे थे अब बढ़कर 33 से 35 रुपये पर पहुंच गये हैं। बाजार सूत्रों के अनुसार त्योहारों के कारण चीनी की खपत अभी और बढ़ेगी और ऐसे में इसका स्वाद और कड़वा हो सकता है। पटना की मंडियों में बिहार के हरिनगर, गोपालगंज के अलावा उत्तर प्रदेश और दूसरे उत्पादक क्षेत्रों से चीनी की आवक होती है।

ध्यान दें

प्रकाशित समाचारों पर आप अपनी राय या टिपण्णी भी भेज सकते हैं , हर समाचार के नीचे टिपण्णी पर क्लिक कर के .

लोकप्रिय समाचार