30 सितंबर, 2009

आयुर्वेदिक कालेज की मान्यता बहाल

केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आयुष विभाग ने पटना के राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय की मान्यता बहाल कर दी है। मंत्रालय ने इस संबंध में मंगलवार को महाविद्यालय के प्राचार्य को सूचित किया है। आयुष विभाग ने अक्टूबर के अंत तक कालेज की कमियों को दूर करने का निर्देश दिया है। मान्यता बहाल होने के साथ ही पटना आयुर्वेदिक कालेज में 40 स्नातक एवं 8 स्नातकोत्तर सीटों पर नामांकन फिर से आरंभ हो जाएगा। इसी माह प्रथम सप्ताह में कालेज की कुछ कमियों को उजागर करते हुए मंत्रालय के आयुष विभाग ने इसकी मान्यता समाप्त कर दी थी। राज्य के स्वास्थ्य सचिव के निर्देश पर कालेज के अधीक्षक डा.देवानंद प्रसाद सिंह के नेतृत्व में तीन सदस्यीय दल ने मंत्रालय जाकर कुछ दिनों पहले ही अपना पक्ष रखा था। इस बीच कालेज को माडल संस्थान में परिवर्तित करने के लिए मंत्रालय के आयुष विभाग में संयुक्त सलाहकार डा.जनार्धन पांडेय ने मंगलवार को महाविद्यालय परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने कालेज प्रशासन को सुविधाओं के विस्तार का निर्देश दिया। साथ ही परिसर स्थित औषधीय उद्यान को दुरूस्त करने के लिए कहा। डा.पांडेय ने इस बात पर चिंता जताई की दो करोड़ की राशि पूर्व में उपलब्ध कराए जाने के बावजूद कालेज में अब तक फार्मेसी एंड ड्रग टेस्टिंग लैब की स्थापना नहीं की जा सकी है।

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