17 जुलाई, 2009

भुट्टा : एक स्वादिष्ट आहार


वर्षा की फुहारों में गरमा-गरम भुट्टे और उसके विविध व्यंजन खाने का एक अलग ही मजा है। भुट्टा ग्रेमिनी कुल का एक प्रसिद्ध धान्य है।
आयुर्वेद के अनुसार कच्ची मक्का का भुट्टा तृप्तिदायक, वातकारक, कफ, पित्तनाशक, मधुर और रुचि उत्पादक अनाज है।
भुट्टे में पौष्टिक तत्व कार्बोहाइड्रेट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसमें मुख्य रूप से प्रोटीन होता है। हालाँकि इस प्रोटीन को अपूर्ण प्रोटीन माना गया है क्योंकि इसमें शरीर के लिए आवश्यक अमीनो अम्ल जैसे ट्रिप्टोफेन, सिस्टीन तथा मिथियोनिन आदि अल्प मात्रा में होते हैं। सौ ग्राम भुट्टे के दानों से 343 \ किलो कैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती है। भुट्टे के 100 ग्राम दानों (कच्ची मक्का) में निम्न पोषक तत्वों की मात्रा, खनिज एवं विटामिन पाए जाते हैं।
पोषक तत्वों की मात्रा
खनिज लवण 1.5 प्रश, रेशा 2.7 प्रश, वसा 3.6 प्रश, प्रोटीन 11.1 प्रश, नमी 14.9 प्रश, कार्बोहाइड्रेट 66.2 प्रश ऊर्जा 343 किलो कैलोरी।
खनिज एवं विटामि
आयरन 2.3 मि. ग्राम, कैल्शियम10 मि.ग्राम, फास्फोरस 3.48 मि.ग्राम, केरोटिन 90 माइकोग्राम, थायमिन 0.42 मि.ग्रा, राइबोक्लेविन 0.10 मि.ग्राम, फोलिक एसिड 20 माइक्रो ग्राम।
औषधीय गु
* मक्का के ताजे दानों को पानी में अच्छी तरह से उबालकर उस पानी को छानकर शहद या मिश्री मिलाकर सेवन करने से गुर्दों की कमजोरी दूर होती है।
* मक्का के दाने भूनकर खाने से पाचन तंत्र के रोग दूर होते हैं।
* भूना हुआ भुट्टा खाने से दाँत एवं दाढ़ मजबूत होते हैं, तथा ये दाने लार बनाने में भी सहायक हैं, जिससे मुख व दाँतों की दुर्गंध भी दूर होती है।

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