27 जून, 2009

पाकेटमार ने महिला पुलिसकर्मी का पर्स उड़ाया

नवगछिया बाजार में बेखौफ खरीददारी करना कठिन हो गया है। पाकेटमारों व उचक्कों की बढ़ती सक्रियता से बाजार आने वाली महिलाओं तक को परेशानी होने लगी है। शनिवार की शाम दुर्गा स्थान चौक के समीप एक वस्त्रालय में कपड़े की खरीदारी कर रही दो महिला पुलिसकर्मियों को महिला पाकेटमार ने अपना शिकार बना लिया। दुकान में भीड़भाड़ देख चुपके से ग्राहक बन आई महिला पटना पुलिस की महिला आरक्षी रजनी का रुपये से भरा पर्स लेकर चलती बनी। इसी दरम्यान दुकान संचालक जगदीश मावंडिया के भतीजे अंकित ने अनजान महिला को दुकान से बाहर जाते देख जब खरीदारी में जुटी महिला पुलिसकर्मियों को उक्त महिला के बारे में जानकारी दी तो पुलिसकर्मी रजनी को अपना पर्स गायब मिला। वे दोनों तुरंत पर्स ढूढ़ने निकल पड़ीं। बाजार की सभी गलियों की टोह लेने के दौरान रेलवे परिसर स्थित संतोषी मां के मंदिर परिसर में पाकेटमार पर्स निकालकर पैसे की गिनती कर रही थी। युवक अंकित ने महिला पाकेटमार को पकड़ लिया। इसी दरम्यान पुलिसकर्मी रजनी ने एक अन्य महिला पुलिसकर्मी सुषमा के सहयोग से उसे पकड़ कर थाना लाने लगी तो पोस्ट आफिस के पास पाकेटमार रिक्शे से उतर कर भागने का प्रयास करने लगी। इस दौरान पाकेटमार व पुलिसकर्मियों के बीच हाथापाई भी हुई। रंगे हाथों दबोची गई पाकेटमार ने अपना नाम मंजू बताया । उसने अपना घर गोसाई गांव बताया है। लेकिन भीड़ से घिरी पाकेटमार भागने में विफल रही। टीओपी के हवलदार बुद्धदेव यादव की सूचना पर मौके पर नवगछिया थाने पुलिस ने पाकेटमार को पकड़ कर थाना पहुंचाया। मुरलीगंज की रहने वाली अमिता शर्मा के पर्स को भी उक्त पाकेटमार ने मार लिया था। अमिता शर्मा ने भी नवगछिया थाना पहुंचकर अपनी आपबीती पुलिसवालों को सुनाई।

ध्यान दें

प्रकाशित समाचारों पर आप अपनी राय या टिपण्णी भी भेज सकते हैं , हर समाचार के नीचे टिपण्णी पर क्लिक कर के .

लोकप्रिय समाचार