27 जून, 2009

जीबी कालेज में बीबीए की पढ़ाई

दियारा के छात्र- छात्राओं को अब बीबीए की पढ़ाई के लिए महानगरों व बड़े शहरों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। कुलपति डा0 प्रेमा झा की पहल से अब स्थानीय जीबी कालेज में बीबीए की पढ़ाई शुरू होने वाली है। बीबीए का पाठयक्रम तीन वर्षों का होगा तथा इसकी पढ़ाई स्ववित्तपोषित होगी। छात्रों को इसकी डिग्री लेने के लिए तीन सालों तक इसकी पढ़ाई के लिए फीस देनी होगी । इस सिलसिले में शनिवार को विश्वविद्यालय की चार सदस्यीय टीम ने जीबी कालेज आकर इस प्रोफेशनल पाठ्यक्रम की पढ़ाई के लिए संसाधनों का जायजा लिया। टीम का नेतृत्व एमबीए के निदेशक डा0 एके ठाकुर ने किया। टीम में सीसीडीसी डा0 सीपी सिंह, महाविद्यालय निरीक्षक डा0 एम झा और डा. उपेन्द्र साह शामिल थे। प्राचार्य डा. अरूण कुमार मिश्रा ने कहा कि जीबी कालेज के लिए यह सौभाग्य की बात है कि यहां इस पाठ्यक्रम की पढ़ाई होगी। टीम के सदस्यों ने यहां कंप्यूटर कक्ष, पुस्तकालय व अन्य आवश्यक संसाधनों की जांच की। इस अवसर पर प्रो. विश्वमोहन प्रसाद सिंह, प्रो. शैलेन्द्र कुमार साहू, डा. देव कुमार मिश्रा, प्रो. शारदानंद मिश्र भी मौजूद थे। टीम के सदस्यों ने बताया कि खगड़िया से लेकर कटिहार तक के किसी भी कालेज में बीबीए की पढ़ाई नहीं होती है। ऐसे में जीबी कालेज में इसकी पढ़ाई शुरू होने से नवगछिया पुलिस जिले के सीमावर्ती पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, खगड़िया के छात्रों को भी इसका सीधा फायदा मिलेगा। तीन साल की पढ़ाई का कुल खर्च करीब साठ हजार रुपये आएगा। प्राचार्य ने बताया कि बीबीए पाठयक्रम के कुल साठ सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया 15 जुलाई से प्रारंभ होगी। नामांकन के पहले छात्र-छात्राओं को जांच परीक्षा ली जाएगी।

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