पूर्व में पार्क के नाम पर भागलपुर में जयप्रकाश उद्यान का ही नाम सामने आता था। रख-रखाव के अभाव में उसका भी अस्तित्व खतरे में पड़ गया। जिला प्रशासन की ओर से खाली पड़े सैंडिस कंपाउंड को ही बड़े पार्क के रूप में विकसित करने की पहल की गयी। अब यह पहल पूरा होते दिखाई देने लगा है, जो पर्यावरण की दृष्टि से भी लाभदायक साबित होगा। वर्तमान में सैंडिस कंपाउंड में पीसीसी भ्रमण पथ, लोगों के बैठने के लिए सिमेंटेड बेंच, घूप से बचाव के लिए छतरी, शौचालय, योग चबूतरा, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था के लिए दो बोरिंग, टेनिस कोर्ट, स्पोटर््स गैलरी और जिमनाजियम के अलावा चारों ओर रोशनी के लिए हाई मास्ट लाइट लगाने का काम किया जा रहा है। भवन निर्माण द्वारा कराये जा रहे इस काम को पूरा होने में अभी कुछ समय लगेगा। भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार बताते हैं कि अधिकांश काम 30 जून या जुलाई के पहले सप्ताह में पूरा कर लिया जायेगा। जिमनाजियम, स्पोटर््स गैलरी और टेनिस कोर्ट का काम पूरा होने में अधिक समय लग सकता है। गैलरी और स्पोर्ट्स स्पेस का टेंडर फिर से किया जाना है। पूर्व में किया गया टेंडर रद्द कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि सभी काम ढाई करोड़ का है। अधिकांश काम प्रगति पर है। सहायक अभियंता राजेश कुमार मिश्रा बताते हैं कि बोरिंग का काम पूरा होने को है। आगामी 15 दिनों के अंदर सैंडिस कंपाउंड में पेयजल की आपूर्ति शुरु हो जाएगी।
खैर, कुछ समय और सही। सैंडिस कंपाउंड में यह सारे काम जिस दिन पूरे होंगे, तब यहां की रौनक ही बदल जाएगी। लोगों को परिवार के साथ तफरीह करने का शहर के मध्य में एक उचित और सुरक्षित स्थान मिल जायेगा, जो संभवत: जमशेदपुर के जुबली पार्क की याद जरूर दिलाएगी। सबेरे उगते सूरज के निकलने के समय टहलने की बात हो या फिर शाम को डूबते सूरज को देखने की। लोगों को मनोरंजन के लिए एक अच्छा स्थान मिल जायेगा।