12 मई, 2009

हरियो में बनी है ततुली सिंह की विशाल प्रतिमा

अपराध का गढ़ माने जानेवाले इस अनुमंडल के बिहपुर प्रखंड के हरिओ गांव में घोड़े पर सवार एक खूंखार अपराधी की विशाल प्रतिमा लगी हुई है। यह प्रतिमा उसकी समाज सेवा के कारण नहीं बरन उसके भय के कारण लगाई गई है। गांव के कुछ लोग उसे मसीहा भी मानते हैं और वैसे लोगों ने गांव में उसकी प्रतिमा लगवाई है। इस कुख्यात की प्रतिमा देखकर कह सकते हैं कि गंगा पार के अपराधिक का इतिहास बड़ा विचित्र है। आज से लगभग दो दसक पूर्व हरिओ गांव में कुख्यात सरगना तुतली सिंह का बोलवाला था। प्रारंभ में वह दहियार था। प्रताड़ना की आग में वह ऐसा झुलसा कि उसने अपना एक गैंग बनाकर तुतली सिंह गिरोह को खड़ा किया और आतंकपूर्ण वारदात की झड़ी लगा दी। एक बार तो उसने जयरामपुर के नौ किसानों को कुदाल से काट कर मार डाला था। उसके आतंक से ग्रामीण भयाक्रांत हो उठे थे। इसे देख तत्कालीन एसपी अब्दुल गनी मीर ने तुतली सिंह के घुड़सवार गिरोह को खत्म करने का बीड़ा उठाते हुए उसे पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया और इलाके को तुतली के आतंक से मुक्ति दिलाई थी। बाद में तुतली सिंह की पत्‍‌नी जिला पार्षद बनी । गांव का एक तबका तुतली को अपना मसीहा मानने लगे। उन लोगों ने उसकी घोड़े पर सवार एक प्रतिमा गांव में बनवाई। खास मौके पर कुछ लोग उस प्रतिमा की पूजा तक करते हैं। गांव उसकी प्रतिमा स्थापित होने का स्पष्ट है कि इससे जिला प्रशासन को भी कोई गुरेज नहीं है। इस समय उस गांव और आसपास के दियारा अंचल में तुतली के भतीजा निरंजन सिंह गिरोह से थर्राता है। हालांकि वह इस समय जेल में बंद है। इस गांव में डीएम प्रशासन आपके द्वार शिविर लगा चुके हैं। इस संबंध में एसपी गोपाल प्रसाद का कहना है कि निजी जमीन पर कोई किसी अपराधी की प्रतिमा लगाये तो पुलिस क्या कर सक ती। अगर कोई शिकायत करे तो पुलिस मामले की जांच कराएगी।

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