06 अगस्त, 2012

लंदन ओलम्पिक: मैरीकॉम की जीत से चौथा मेडल पक्का

लंदन ओलंपिक में एमसी मैरीकॉम ने आज तब इतिहास रचा जब उन्होंने यहां महिला मुक्केबाजी के 51 किग्रा वर्ग में ट्यूनीशिया की मारोआ रहाली को 15-6 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाते हुए भारत के लिए चौथा पदक सुनिश्चित कर दिया।

पांच बार की विश्व चैम्पियन मैरीकॉम का अब ओलंपिक में पहली बार शामिल की गयी महिला मुक्केबाजी स्पर्धा में कम से कम कांस्य पदक जीतना तो तय हो गया है। वह कर्णम मल्लेश्वरी और सानिया नेहवाल के बाद ओलंपिक पदक जीतने वाली तीसरी भारतीय महिला खिलाड़ी होंगी।दो जुड़वां बच्चों की मां मैरीकॉम ने ट्यूनीशिया की प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ सजग शुरूआत की और पहले राउंड में उसकी रणनीति को परखने की कोशिश की। लेकिन अगले तीन राउंड में भारतीय मुक्केबाज ने अपनी प्रतिद्वंद्वी का कोई मौका नहीं दिया। मैरीकोम ने पहले राउंड में 2-1 की बढ़त बनाई जबकि दूसरे दौर में कुछ दमदार मुक्कों के दम पर इस बढ़त को 5- 3 तक पहुंचा दिया।

कल पोलैंड की प्रतिद्वंद्वी कैरोलीना के खिलाफ तीसरे राउंड में बेहद आक्रामक रवैया अपनाने वाली मैरीकॉम ने आज भी यही रणनीति अपनाई। मैरीकॉम ने दायें और बायें दोनों हाथों से विरोधी को मुक्के जड़ते हुए विरोधी खिलाड़ी को तीसरे राउंड के बाद काफी पीछे छोड़ दिया। तीसरे राउंड के बाद मैरीकॉम की बढ़त 11- 4 हो गई थी। पहले तीन राउंड में सात अंक से पिछड़ने के बाद ट्यूनीशियाई मुक्केबाज के लिए वापसी करना आसान नहीं था।मैरीकॉम ने भी विरोधी को हालांकि कोई मौका नहीं दिया और धर्य कायम रखते हुए अंतिम दौर में 4-2 के स्कोर के साथ कुल 15-6 से जीत दर्ज करते हुए पदक पक्का कर दिया।कल मैरीकॉम के जुड़वां बच्चों का जन्मदिन था और उनके लिए अपनी मां के इस पदक से बेहतर तोहफा कुछ और नहीं हो सकता। उत्तर पूर्व भारत में स्टार खिलाड़ी का दर्जा रखने वाली मणिपुर की इस 29 वर्षीय मुक्केबाज के प्रदर्शन से क्षेत्र के अधिक लोगों को खेल से जुड़ने की प्रेरणा मिलेगी।

ध्यान दें

प्रकाशित समाचारों पर आप अपनी राय या टिपण्णी भी भेज सकते हैं , हर समाचार के नीचे टिपण्णी पर क्लिक कर के .

लोकप्रिय समाचार