29 जून, 2012

बिहार के आइपीएस दंपती कैम्ब्रिज विवि में पुरस्कृत


ब्रिटिश पुलिस एवं कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय ने संयुक्त रूप से 26 जून को बिहार कैडर के 1995 बैच के आइपीएस दंपति रविन्द्रन शंकरन एवं आर मल्लार विडि को प्रशस्ति पत्र एवं चा‌र्ल्स डारविन ट्राफी देकर सम्मानित किया है।
भारत के 108 आइपीएस अधिकारी 'मध्य सेवा प्रशिक्षण कार्यक्रम' के तहत 22 जून से लंदन के कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। ब्रिटिश पुलिस के आला अधिकारियों की टीम एवं कैम्ब्रिज विवि की 'फैकल्टी' ने आइपीएस दंपति को चा‌र्ल्स डारविन ट्राफी से सम्मानित किया। श्री शंकरन एवं श्रीमती विडि भारत के उन 8 आइपीएस अधिकारियों में शामिल हैं, जिन्हें 'रणनीति नेतृत्व प्रोजेक्ट' के लिए उपरोक्त पुरस्कार मिला।
शंकरन को 'सर्किल इंस्पेक्टर की कार्य प्रणाली में कैसे सुधार लाया जा सकता है?' तथा श्रीमती विडि को 'टूरिज्म पुलिसिंग इन बिहार-स्ट्रेटजी फार द रोड अहेड ' विषय पर पेश व्याख्यान के लिए उपरोक्त सम्मान से सम्मानित किया गया। प्रशिक्षण में राज्य के 4 आइपीएस अधिकारी क्रमश: अनुपमा निलेकर चंद्रा, सुशील खोपड़े, परेश सक्सेना एवं पंकज दराद शामिल हैं। ये सभी अधिकारी मध्य सेवा प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत इन दिनों लंदन में हैं।
रविन्द्रन शंकरन मानवाधिकार एवं श्रीमती विडि होमगार्ड की डीआइजी हैं। दोनो गया के एसपी रह चुके हैं। गया एवं बोधगया के अंतरराष्ट्रीय महत्व को लेकर टूरिस्ट पुलिसिंग की परिकल्पना को राज्य सरकार साकार करने की योजना पर कार्य कर रही है। ऐसे में श्रीमती विडि की टूरिज्म पुलिसिंग की सोच पर मुहर ब्रिटिश पुलिस एवं कैम्ब्रिज विवि ने लगा दी।

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