28 जुलाई, 2011

अंकल, जोड़ दो मेरा हाथ

वरुण के हौसले से डॉक्टरों को मिली हिम्मत , दोस्तों को बाय-बाय कर रहा था, चल पड़ी लिफ्ट, कटकर अलग हो गया बायां हाथ
राहुल मिश्रा, कोलकाता

सात वर्षीय मासूम वरुण खंडेलवाल का लिफ्ट में आधा हाथ कटकर अलग हो गया, लेकिन उस नन्हीं जान के दिमाग में कार्टून का एक पात्र विराजमान था जिसका हाथ कट कर अलग हो जाता है और डॉक्टर उसे जोड़ देता है। उसको ही अपने अदम्य साहस का हथियार बनाते हुए वह कटा हाथ लेकर अस्पताल पहुंच गया। वहां डॉक्टर से कहा कि सर, मेरा हाथ फिर से जोड़ दो। उसकी आंखों में न आंसू थे, न चेहरे पर दर्द। छोटे बच्चे का साहस देख उसकी बिल्डिंग के लोग दंग थे, डॉक्टर भी अवाक। वरुण कक्षा एक का छात्र है और उसे इस बात का अहसास नहीं कि हाथ को जोड़ना काफी कठिन है। उसके पिता संजीव खंडेलवाल बताते हैं कि वरुण को लगा कि जिस तरह कार्टून पात्रों के हाथ कट कर अलग हो जाते हैं और बाद में जुड़ जाते हैं, उसी तरह उसका हाथ भी आसानी जुड़ जाएगा। कलकत्ता मेडिकल रिसर्च इंस्टीच्यूट के सातवें तल्ले के प्राइवेट वार्ड में बिस्तर पर लेटा वरुण मासूमियत से बताता है, मैं दोस्तों के साथ पड़ोस के फ्लैट मेंभगवद्गीता की क्लास से घर लौट रहा था। लिफ्ट से अपने फ्लैट में जाते समय दूसरे तल्ले पर दोस्तों के उतरने के बाद उन्हें बाय-बाय करने लगा। अचानक लिफ्ट चलने लगी और हाथ कटकर गिर गया। दरबान हरि किशोर सिंह ने बताया कि वरुण पांचवें तल्ले से सीढ़ी से भागता हुआ नीचे आया और कहा कि दूसरे तल्ले पर उसका हाथ कटकर गिर गया है। उसका हाल देख मेरी आंखों के आगे अंधेरा छाने लगा। फिर हाथ लेकर लहुलुहान वरुण को घर पहुंचाया। तब घर में अकेली उसकी दादी थी। पड़ोसी समिक चौधरी ने तत्परता दिखाई और वरुण को अस्पताल ले गए। वरुण की दादी बताती हैं कि हाथ कट जाने के काफी बाद तक उसे थोड़ी भी घबराहट नहीं थी। वह दूसरों से कह रहा था कि आप लोग क्यों परेशान हो रहे हो, हाथ फिर जुड़ जाएगा। जिनकी कार से अस्पताल जा रहा था, उन्हें भी कार में खून गिरने से गंदा हो जाने के लिए सॉरी बोल रहा था। वरुण के चिकित्सक अनुपम गोलाश के मुताबिक उन्हें बताया गया कि एक बच्चा कटा हाथ लेकर आया है। पहुंचा तो देखा कि उसकी दादी रो रही थी और बच्चा हंसते हुए हाथ को जल्दी से जोड़ देने को कह रहा था। उसके साहस से हमें भी हौसला मिल रहा था। वह पहली बार बैंडेज करते समय रोया। उनकी टीम ने तत्परता दिखाते हुए कटे हाथ को थोड़ी देर फ्रीज में रखा। फिर करीब 5।30 घंटे के ऑपरेशन के बाद उसे जोड़ दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि तीन माह में उसके हाथों में हलचल आ सकेगी और साल भर में यह 80-90 प्रतिशत ठीक हो जाएगा।

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