27 अगस्त, 2010

‘भगवा आतंकवाद’ से कांग्रेस चिंतित


गृहमंत्री पी. चिदंबरम की ‘भगवा आतंकवाद’ संबंधी टिप्पणी को लेकर उपजे विवाद के और भड़कने की आशंका से चिंतित कांग्रेस ने शुक्रवार को खुद को इससे अलग करते हुए कहा कि आतंक का कोई रंग नहीं होता और शब्दों के इस्तेमाल में सावधानी बरती जानी चाहिए।
भाजपा और शिवसेना बुधवार को पुलिस महानिदेशकों के सम्मेलन में चिदंबरम की टिप्पणी को लेकर खफा हैं और उनसे माफी की माँग कर रही हैं। इस बीच कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने बात को संभालने का प्रयास किया।
एक शब्द की वजह से विवाद पैदा होने की बात स्वीकार करते हुए द्विवेदी ने कहा कि जहाँ तक भगवा या केसरिया का सवाल है तो यह कोई मसला नहीं है। मसला आतंकवाद का है। आतंकवाद का कोई रंग नहीं होता। आतंकवाद का सिर्फ एक ही रंग होता है और वह है काला। उन्होंने सवाल किया कि आतंकवाद को किस रंग से जोड़ा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि आप उसे कुछ भी कहें भगवा, हरा, सफेद या लाल, क्या आप उसे किसी एक रंग से जोड़ सकते हैं? आतंकवाद सिर्फ आतंकवाद है और यह जिस रूप में भी आए इसका विरोध किया जाना चाहिए। भगवा रंग हमारी प्राचीन परंपरा से जुड़ा है और हमारे स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा रहा है। किसी एक खास वर्ग का इस पर अधिकार नहीं है।
इस आशंका से कि हिंदूवादी संगठन ‘भगवा आतंक’ शब्दों का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं, उन्होंने कहा कि कोई वर्ग भगवा रंग के लिए मुनासिब नहीं है। उनका मानना है कि शब्दों के इस्तेमाल में सावधानी बरती जानी चाहिए और किसी को एक रंग पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
गृहमंत्री की टिप्पणी के कारण संसद के दोनो सदनों में कल और आज की कार्यवाही प्रभावित हुई। भाजपा और शिवसेना ने चिदंबरम के वक्तव्य पर एतराज किया। विवाद शांत करने की गरज से द्विवेदी ने कहा कि हर रंग की अपनी परंपरा होती है। भगवा की भी अपनी परंपरा है, जो स्वतंत्रता संग्राम और पौराणिक साहित्य, शास्त्र, धार्मिक साहित्य से जुड़ी है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की कल की ब्रीफिंग में कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा था कि मुझे नहीं लगता कि शब्दावली में उलझना महत्वपूर्ण है। उन्होंने गृहमंत्री की टिप्पणी के भावार्थ पर जोर देते हुए कहा कि दक्षिणपंथी विचारधारा से जुड़े और आतंकी गतिविधियों में शामिल पाए गए संगठनों की गतिविधियों पर नजर रखने की जरूरत है।
चिदंबरम माफी माँगे : द्विवेदी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि अगर द्विवेदी के शब्दों का तभी कोई अर्थ होगा जब वे चिंदबरम को माफी माँगने और और अपने शब्द (भगवा आतंकवाद पर) वापस लेने को कहें। अन्यथा इससे यही साबित होगा कि कांग्रेस की वही पुरानी नीति है कि अलग-अलग चुनाव क्षेत्रों में अलग-अलग ढंग की बात की जाए। रविशंकर प्रसाद ने भी चिदंबरम की माफी की माँग करते हुए कहा कि उन्हें अपने शब्दों का चयन सावधानी से करना चाहिए था।
इससे पूर्व भाजपा और शिवसेना के सदस्यों ने दूसरे दिन भी इस मुद्दे को गर्माए रखा, लेकिन अन्य पार्टियों से ज्यादा समर्थन न मिलने के कारण यह दल कुछ अलग थलग हो गए।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि चिदंबरम माओवादियों के खिलाफ संघर्ष पर ध्यान देने और जम्मू-कश्मीर के हालात संभालने की बजाय भगवा आतंकवाद के साथ एक ‘काल्पनिक’ लड़ाई लड़ रहे हैं।

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