02 मई, 2010

भारत की अफगानिस्तान पर आसान जीत


भारत ने विश्व कप के नए नवेले अफगानिस्तान को सिखाया कि ट्वेंटी-20 क्रिकेट कैसे खेला जाता है। अफगानिस्तान को आठ विकेट पर 115 रन पर थामने के बाद भारत ने ओपनर मुरली विजय की 48 रन की धमाकेदार पारी की बदौलत 14.5 ओवर में तीन विकेट पर 116 रन बनाकर मैच जीत लिया।
खिताब के प्रबल दावेदार भारत ने ट्वेंटी-20 विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट में पदार्पण कर रहे अफगानिस्तान को सात विकेट से हराकर अपने अभियान की विस्फोटक शुरुआत की।
विजय ने 46 गेंदों की अपनी पारी में दो चौके और तीन छक्के लगाए। कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने दो छक्के ठोकते हुए मैच समाप्त कर दिया।
अफगानिस्तान के कोच कबीर खान ने कल दावा किया था कि वह भारत को मैच में ऐसा चौकाएँगे, जिसे वह याद रखेगा। लेकिन अब उन्हें यह अहसास हो गया होगा कि चुनौती देने और उसे अमल में लाने में बड़ा फर्क होता है।
भारत को मजबूत बल्लेबाजी के लिए 116 रन का लक्ष्य मामूली था। हालाँकि भारत ने ओपनर गौतम गंभीर (4) को जल्द ही गंवा दिया। दौलत अहमदजई ने गंभीर का विकेट लिया। विजय और सुरेश रैना (18) ने दूसरे विकेट के लिए 27 रन जोड़े। समीउल्ला शेनवारी ने एक सीधी गेंद से रैना को पगबाधा कर दिया। रैना ने 13 गेंदों की अपनी पारी में एक चौका और एक छक्का लगाया।
रैना का विकेट गिरने के बाद विजय और युवराज सिंह (नाबाद 23) के स्कोर को 101 रन तक ले गए। विजय ने आईपीएल के अपने प्रदर्शन को बरकरार रखते हुए कुछ बेहतरीन छक्के लगाए। लेकिन हामिद हसन की गेंद पर लंबा शॉट खेलने की कोशिश में वह सीमा रेखा पर लपके गए और अपने पहले ट्वेंटी-20 अन्तरराष्ट्रीय मैच में अर्धशतक बनाने से दो रन से चूक गए।
कप्तान धोनी (नाबाद 15) ने मात्र छह गेंदों में दो जोरदार छक्के जड़ते हुए भारत को 15वें ओवर में जीत दिला दी। युवराज ने 22 गेंदों पर नाबाद 23 रन की अपनी पारी में एक छक्का लगाया।
अफगानिस्तान की पारी में 19 रन पर तीन विकेट लेने वाले आशीष नेहरा की मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।
इससे पहले ओपनर नूर अली (50) के शानदार अर्धशतक और असगर स्तनिकजई की 30 रन की उपयोगी पारी की मदद से अफगानिस्तान ने आठ विकेट पर 115 रन का सामान्य स्कोर खड़ा किया।
आशीष नेहरा ने चार ओवर में 19 रन पर तीन विकेट और प्रवीण कुमार ने तीन ओवर में 14 रन पर दो विकेट लेकर अफगानिस्तान की अनुभवहीन बल्लेबाजी को झकझोर दिया।
नूर अली और स्तानिकजई को छोड़कर अन्य कोई भी बल्लेबाज दहाई की संख्या में नहीं पहुँच सका नूर अली ने 48 गेंदों पर अपने अर्धशतक में चार चौके लगाए जबकि स्तानिकजई ने 33 गेंदों पर 30 रन की अपनी पारी में तीन छक्के लगाए स्तानिकजई ने रवींद्र जडेजा, यूसुफ पठान और हरभजनसिंह की गेंदों पर साहसिक छक्के लगाए।
पहली बार विश्व कप में खेलने उतरी अफगानिस्तान की टीम भारतीय गेंदबाजों का ज्यादा प्रतिरोध तो नहीं कर सकी लेकिन सौ रन का आँकड़ा पार करने में सफल रही।

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