30 जनवरी, 2010

मोदी की तुलना महात्मा गाँधी से

WD
भाजपा अध्यक्ष के रुप में गुजरात की पहली यात्रा पर आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना महात्मा गाँधी से करते हुए कहा कि दोनों के अनुसार राजनीति गरीबी हटाने का हथियार है।

गडकरी ने कहा कि महात्मा गाँधी और भाजपा के संस्थापक दीनदयाल उपाध्याय दोनों ही राष्ट्रीय एकता और समानता में विश्वास रखते थे।

गडकरी ने कहा कि मैं खुश हूँ कि मैं आज महात्मा गाँधी की जन्मभूमि में हूँ और मुझे दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा के अनावरण का मौका मिला। दोनों ने राष्ट्रीय एकता की महत्ता को सर्वोपरि रखा। उपाध्याय की तरह गाँधीजी का मानना था कि राजनीति का उपयोग आर्थिक-सामाजिक विकास के लिए किया जाना चाहिए, न कि शक्ति के लिए।

गडकरी ने कहा कि गरीबी हटाना राजनीति का अंत होना चाहिए और मोदी इसका जीता-जागता उदाहरण हैं, जो इस उद्देश्य के लिए अथक काम कर रहे हैं। गडकरी और मोदी ने यहाँ 34वें गरीब कल्याण मेले में भी भाग लिया।

मोदी ने कहा कि गुजरात के स्वर्ण जयंती मना रहा है और उनका प्राथमिक उद्देश्य गरीबी उन्मूलन है। इससे पहले दोनों ने यहाँ महात्मा गाँधी के जन्म स्थल कीर्ति मंदिर में एक प्रार्थना सभा में भाग लिया।

कांग्रेस बिफरी : कांग्रेस ने आज गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना महात्मा गाँधी से किए जाने के लिए भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी पर तीखी आलोचना करते हुए कहा कि कोई हलका राजनीतिज्ञ ही इस तरह का बयान दे सकता है।

पार्टी प्रवक्ता शकील अहमद ने कहा कि जब गडकरी भाजपा के अध्यक्ष बने तो देश की जनता ने यह महसूस किया कि कि किसी अपरिपक्व व्यक्ति को यह पद दिया गया है। इस तरह के बयान से यह साबित हो गया है कि वे राजनीतिक रूप से हलके हैं।

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