09 अक्तूबर, 2009

नक्सली मुठभेड़ में 18 पुलिसकर्मी शहीद

गढ़चिरौली जिले के लाहेरी थाना क्षेत्र में 45 पुलिसकर्मियों के गश्ती दल पर करीब 150 नक्सलियों ने घात लगाकर हमला किया, जिसमें 18 की मौत हो गई। मृतकों में पाँच महिला पुलिसकर्मी भी शामिल है। केन्द्र सरकार ने राज्य के सुरक्षाकर्मियों की मदद के लिए अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों को रवाना कर दिया है।

केन्द्रीय गृह सचिव जीके पिल्लई ने बताया कि अतिरिक्त बल महाराष्ट्र में हैं और वह राज्य पुलिस को मदद के लिए रवाना हो चुका है।

इस सप्ताह झारखंड में रांची के समीप माओवादियो ने एक पुलिस अधिकारी का तालिबानी तरीके से सिर कलम कर दिया। गढ़ चिरौली में भी नक्सलियों ने इसी तरह पुलिस के एक मुखबिर को मौत के घाट उतार दिया जिसकी पहचान सुरेश अलामी के रून में की गई है।

महाराष्ट्र में इस महीने की 13 तारीख को विधानसभा के लिए मतदान कराया जाना है और इससे पाँच दिन पहले नक्सलियों का यह हमला हुआ है। सूत्रों ने बताया कि गढ़चिरौली जिले के भामरागढ़ तहसील के लेहारी पुलिस थाने से दो किलोमीटर दूर नक्सलियों ने इस हमले को अंजाम दिया है।

जिले में इससे पहले फरवरी में 15 पुलिसकर्मी जबकि मई में पाँच महिलाओं सहित 16 पुलिसकर्मी नक्सलियों के हमले के शिकार हो गए थे।

इस बीच प्रदेश के गृहमंत्री जयंत पाटिल ने इस घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा है कि इस हमले के बाद नक्सलवाद की समस्या से निपटने में सरकार का संकल्प और मजबूत होगा।

गढ़चिरौली के जिलाधिकारी अतुल पतने ने कहा कि गश्ती दल के शेष पुलिसकर्मियों के बचाव के लिए सीमा सुरक्षा बल की दो पलटनें मौके पर भेजी गई है। पुलिसकर्मी आज जब अपने नियमित गश्त पर जा रहे थे तो नक्सलियों ने उन पर हमला कर दिया। इसके बाद दिन में सुबह साढ़े ग्यारह बजे दोनों पक्षों के बीच यह मुठभेड़ शुरू हो गई। इस मुठभेड़ में 15 नक्सली भी मारे गए है।

जिले के पुलिस अधीक्षक एस जयकुमार ने कहा कि क्षेत्र की सुरक्षा के लिए हमलोग कुछ राहत दलों को वहाँ भेज सकते हैं। तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। हमारे पास बहुत अधिक संचार और परिवहन की व्यवस्था नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि घायलों को हेलीकॉप्टर से उठाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यह हमला पुलिस थाने से दो किलोमीटर दूर हुआ। नक्सलियों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पुलिस का मानना है कि उनकी संख्या सौ से अधिक थी।

योजना को सीसीएस की मंजूरी : इस बीच कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति (सीसीएस) ने माओवादियों द्वारा झारखंड में एक पुलिस इंस्पेक्टर का सिर कलम किए जाने की घटना को दृष्टिगत रखते हुए माओवादियों से निपटने की योजना को मंजूरी दे दी।

वहीं दूसरी ओर रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि वह माओवादियों से निपटने के लिए भारतीय वायु सेना के प्रस्ताव का अध्ययन कर रहा है।

उच्च पदस्थ सरकारी सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह की अध्यक्षता में सीसीएस की बैठक में वर्तमान हालात और इस समस्या से निपटने के उपायों पर चर्चा की गई। उसके बाद समिति ने इस योजना को मंजूरी दे दी।

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