11 सितंबर, 2009

सीमापार से आतंकी खतरा बरकरार-चिदंबरम

अमेरिका के गृहमंत्री पी चिदंबरम ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तानी धरती से काम करने वाले उग्रवादी गुटों से भारत को होने वाला सुरक्षा खतरा कम नहीं हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले चार महीनों में पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ में भी बढ़ोतरी हुई है।
अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और ओबामा प्रशासन के अन्य अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने नई दिल्ली की चिंताएँ जाहिर की।
अमेरिका की अपनी चार दिन की यात्रा का समापन करते हुए चिदंबरम ने कहा कि वे काफी विचारों के साथ भारत लौट रहे हैं। इनमें से एक अमेरिका के राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी केंद्र की तर्ज पर अपने यहाँ भी केंद्र बनाने का है।
अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यकारी आदेश से सितंबर 2004 में बनाये गये केंद्र में 16 विभागों और एजेंसियों के पाँच सौ से अधिक कर्मचारी तैनात हैं। इसकी स्थापना स्वदेश और विदेश में जोखिम का विश्लेषण और दोस्ताना देशों के साथ सूचनाओं का आदान-प्रदान कर आतंकवाद का मुकाबला करने के उद्देश्य से की गई है।
हिलेरी के अलावा चिदंबरम ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेम्स जोन्स, एफबीआई निदेशक राबर्ट मुएलर, गृह मंत्री जैनेट नेपोलितानो और अमेरिकी अटार्नी जनरल एरिक एच होल्डर जूनियर अर्ली से मुलाकात की।
चिदंबरम ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी अधिकारियों को मुंबई आतंकवादी हमलों के षड्यंत्रकारियों पर पाकिस्तान द्वारा मुकदमा नहीं चलाए जाने की जानकारी दी, जिनमें लश्कर-ए-तोइबा के संस्थापक मास्टर माइंड हाफिज मोहम्मद सईद शामिल है, जो भारत की ओर सबूत मुहैया कराए जाने के बावजूद उस देश में छुट्टा घूम रहा है।
यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिका पाकिस्तान पर भारत के खिलाफ उसकी जमीन से की जा रही आतंकवादी गतिविधियाँ रोकने के लिए पर्याप्त दबाव बना रहा है, चिदम्बरम ने कहा कि मेरा मानना है कि अमेरिका मुंबई हमलों के बाद के हालात को लेकर भारत और पाकिस्तान के रवैये में फर्क को समझता है।
यह इस अंतर की तरफ ध्यान खींचने के लिए काफी है। पाकिस्तान द्वारा मुंबई हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित कराने के लिए अमेरिका से मदद माँगे जाने के बारे में पूछने पर गृहमंत्री ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी अधिकारियों से किसी विषय पर खासतौर से मदद नहीं माँगी थी।
चिदम्बरम ने कहा कि मैंने अमेरिकी सरकार को मुंबई हमलों के सिलसिले में गिरफ्तार आतंकवादी अजमल आमिर कसाब पर भारत में चल रहे मुकदमे की स्थिति के बारे में बताया था। साथ ही उन्हें पाकिस्तान में इस मामले में गिरफ्तार पाँच या छह लोगों के सिलसिले में कोई प्रगति नहीं होने के बारे में भी जानकारी दी थी। हाफिज सईद अब भी आजाद व्यक्ति है।
गृहमंत्री ने एक सवाल पर कहा कि भारत-अमेरिका संबंधों के अगले स्तर का मतलब भविष्य में पाकिस्तान के प्रति नरमी बरतने का इरादा कतई नहीं है। उन्होंने कहा कि अगले स्तर का मतलब अनेक चीजों से है। इसका अर्थ सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर मिलजुलकर काम करना है।
चिदम्बरम ने यह भी कहा कि भारत के लिए पाकिस्तान की जमीन से पैदा हो रहा सुरक्षा खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ में इजाफा हुआ है।
उन्होंने कहा कि हम मानवीय और तकनीकी अभिसूचना के आधार पर अनुमान तैयार करते हैं। हर महीने करीब 50-60 लोग घुसपैठ कर रहे है और पकड़े गए ऐसे लोगों की तादाद भी बहुत ज्यादा है। इसलिए, हमारा अंदाजा है कि इस साल मई के महीने से घुसपैठ और बढ़ी है। ओबामा प्रशासन भी भारत द्वारा पाकिस्तान से बातचीत शुरू करने से पहले रखी गई शर्तों का समर्थन कर रहा है।
दक्षिणी और मध्य एशिया के सहायक विदेश मंत्री रॉबर्ट ब्लेक ने कहा कि मुंबई हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने और सीमापार से घुसपैठ रोकने से ही भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत का आधार तय होगा।

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