06 सितंबर, 2009

नेपाल से लौट सकते हैं भारतीय पुजारी

माओवादियों द्वारा दो भारतीय पुजारियों पर किए गए हमले के बाद पशुपतिनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी ने शनिवार को कहा कि वे और उनके चार सहयोगी अपमान झेलने की बजाय भारत लौटने को तैयार हैं।
मुख्य पुजारी महाबलेश्वर बेरी ने कहा ‍कि नवनियुक्त भारतीय पुजारी शरणार्थी नहीं है, जिन्होंने मंदिर में शरण ली हो। हम सभी अर्हताओं को पूरा कर और कानून के अनुसार उपयुक्त प्रक्रिया अपनाकर सदियों पुरानी परंपरा के अनुसार उन्हें कर्नाटक से लाए हैं।
उनकी यह टिप्पणी कर्नाटक के हासन जिले के गिरीश भट्ट और राघवेन्द्र भट्ट नामक दो पुजारियों की करीब 40-50 माओवादी द्वारा बुरी तरह पिटाई करने के एक दिन बाद आई है। इन पुजारियों की हाल में की गई नियुक्ति का विरोध कर रहे माओवादियों ने पुजारियों के कपड़े फाड़कर उनके जनेउ तोड़ दिए।
नेपाल के संस्कृति मंत्री मीनेन्द्र रिजल ने भी कहा कि माओवादी हमले के बाद मुख्य पुजारी बेहद दु:खी हैं। पशुपतिनाथ मंदिर में बारहवीं शताब्दी से भारतीय पुजारियों को नियुक्त करने की परंपरा है।
Shaadi.com Matrimonial - Register for FREE

ध्यान दें

प्रकाशित समाचारों पर आप अपनी राय या टिपण्णी भी भेज सकते हैं , हर समाचार के नीचे टिपण्णी पर क्लिक कर के .

लोकप्रिय समाचार