04 सितंबर, 2009

रेड्डी के गम में 67 की मौत


आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी की मौत की खबर सुनकर सदमा लगने या फिर आत्महत्या करने से राज्य में 67 लोगों की मौत के बाद रेड्डी के बेटे जे एम रेड्डी ने लोगों से संयम बनाए रखने की अपील की है।

सांसद जगनमोहन ने कहा कि मैं इस दुख की घड़ी में आप सभी लोगों से धैर्य रखने और साहस का परिचय देने की अपील करता हूं। मेरे पिता सभी के चेहरे पर मुस्कान देखना चाहते थे और आप लोग आत्महत्या जैसे कदम उठाएंगे तो उन्हें तकलीफ होगी।

उन्होंने कहा कि मैं आप लोगों से निवेदन करता हूं कि आत्महत्या न करे। उल्लेखनीय है कि कई लोग कड़प्पा से सांसद जगनमोहन को राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में देख रहे है। तेलुगू टेलीविजन चैनलों के अनुसार अब तक रेड्डी की मौत के सदमे से 67 लोगों का निधन हो चुका है। राज्य के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि जब किसी नेता के निधन के सदमे से इतने सारे लोगों ने अपनी जान गंवा दी।

इस लिहाज से रेड्डी ने लोकप्रियता में तेलुगू देशम पार्टी के दिवंगत नेता एन टी रमाराव को भी पीछे छोड़ दिया है। खबरों में कहा गया है कि मरने वालों में ज्यादातर युवा थे। राज्य के 23 में से 19 जिलों से लोगों की मरने की खबर आई है। रेड्डी की मौत की खबर सुनने के बाद अकेले पश्चिमी गोदावरी जिले में छह लोगों की मौत सदमे और आत्महत्या करने की वजह से हो गई।

एक युवक ने मरने से पहले लिखा रेड्डी ने लोगों के लिए अपना जीवन समर्पित किया और मैं उनके लिए अपना जीवन समर्पित कर रहा हूं। एक कल्याणकारी योजना के तहत मासिक पेंशन पा रहे एक विकलांग दंपत्ति ने अपने चहेते नेता की मौत की खबर सुनते ही गोदावरी नदी में छलांग लगा दी हालांकि इन दोनों को मछुआरों ने बचा लिया।

ध्यान दें

प्रकाशित समाचारों पर आप अपनी राय या टिपण्णी भी भेज सकते हैं , हर समाचार के नीचे टिपण्णी पर क्लिक कर के .

लोकप्रिय समाचार