27 सितंबर, 2009

ऑस्ट्रेलिया 50 रनों से विजयी

कप्तान रिकी पोंटिंग (79) तथा निचले क्रम में मिशेल जॉनसन (नाबाद 73) की शानदार बल्लेबाजी की मदद से गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया ने चैम्पियंस ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट में वेस्टइंडीज को 50 रन से हराकर अपने अभियान की जोरदार शुरुआत की।

वेस्टइंडीज को जीत के लिए 276 रन का कठिन लक्ष्य मिला था लेकिन ट्रेविस डाउलिन (55) और आंद्रे फ्लेचर (54) की अर्धशतकीय पारियों के बावजूद उसकी पूरी टीम 46.5 ओवर में 225 रन पर सिमट गई। दोयम दर्जे की टीम के साथ खेल रहे वेस्टइंडीज की यह लगातार दूसरी हार है। इससे पहले उसे पाकिस्तान के खिलाफ पाँच विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।

हालाँकि वेस्टइंडीज एक वक्त 36.3 ओवर में तीन विकेट पर 170 रन बनाकर सुखद स्थिति में था, लेकिन इसके बाद उसके विकेटों का पतझड़ शुरू हो गया।

ओपनर डेवन स्मिथ (17) का विकेट जल्दी गँवाने के बाद डाउलिन और फ्लेचर ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का जमकर सामना करते हुए दूसरे विकेट के लिए 86 रन जोड़े। आखिर जॉनसन ने फ्लेचर को रन आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा। फ्लेचर ने 77 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 54 रन बनाए।

दूसरे छोर पर डाउलिन ने चौथे विकेट के लिए कप्तान फ्लायड रीफर 28. के साथ 42 रन जोड़े। डाउलिन मैच के 36वें ओवर में ब्रेट ली की गेंद पर टिम पैने के हाथों लपके गए। उन्होंने 87 गेंदों पर पाँच चौकों की मदद से अपनी टीम की ओर से सर्वाधिक 55 रन बनाए।

डाउलिन के आउट होते ही वेस्टइंडीज की पूरी टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। विकेटों के पतझड के बीच डेरेल सैमी ने 20 रन का योगदान दिया। अंतिम बल्लेबाज डेविड रिचर्ड्स रिटायर्ड हर्ट होने के कारण मैदान पर खेलने नहीं उतरे। ऑस्ट्रेलिया की ओर से पीटर सिडल, शेन वाटसन और नाथन हॉरित्ज ने दो-दो विकेट लिए।

इससे पहले स्थानीय न्यू वांडरर्स मैदान पर खेले गए ग्रुप (ए) के इस मैच में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। हालाँकि अपने वरिष्ठ खिलाड़ियों की बगावत के कारण अनुभवहीन खिलाड़ियों के साथ खेल रहे वेस्टइंडीज ने एक समय ऑस्ट्रेलिया की हालत काफी पतली कर दी थी। लेकिन अंतिम दस ओवरों में जोड़े सौ रनों ने कंगारूओं को शर्मनाक स्थिति में पहुँचने से बचा लिया।

खाता खोले बगैर ही ओपनर शेन वाटसन के पैवेलियन लौट जाने के बाद पोंटिंग ने दूसरे ओपनर टिम पेन (33) के साथ 85 रन जोड़कर ऑस्ट्रेलिया को मजबूती दी थी। लेकिन पहले पेन और फिर पोंटिंग के 79 रन बनाकर आउट होते ही ऑस्ट्रेलिया का मध्यक्रम बुरी तरह लड़खड़ा गया। इसका नतीजा यह हुआ कि गत चैम्पियन आस्ट्रेलिया एक समय 40वें ओवर में 171 रनों पर सात विकेट गँवाकर संघर्ष कर रहा था।

मुश्किल की इस घड़ी में एक हरफनमौला के रूप में तेजी से उभर रहे जॉनसन ने कमान संभाली और विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए मैच का नक्शा ही पलट दिया। जॉनसन ने ब्रेट ली (25) के साथ 8.4 ओवरों में ही 70 रन जोड़कर ऑस्ट्रेलिया को मुकाबले में दोबारा ला खड़ा किया।

जॉनसन ने ली के विदा होने के बाद भी कैरेबियाई गेंदबाजों के साथ कोई रियायत नहीं बरती और अंतिम दो ओवरों में ऑस्ट्रेलिया ने 34 रन ठोक दिए। जॉनसन महज 47 गेंदों पर तीन छक्कों और आठ चौकों की मदद से 73 रन बनाकर नाबाद रहे। दूसरे छोर पर नाथन हारित्ज ने नाबाद सात रन बनाए।

वेस्टइंडीज के लिए एन मिलर ने दस ओवरों में सिर्फ 24 रन देकर दो विकेट लिए। उनके अलावा डेविड बर्नार्ड और केविन रोश को भी दो-दो विकेट मिले, जबकि डैरन सैमी को एक विकेट के लिए 53 रन खर्च करने पड़े।

ध्यान दें

प्रकाशित समाचारों पर आप अपनी राय या टिपण्णी भी भेज सकते हैं , हर समाचार के नीचे टिपण्णी पर क्लिक कर के .

लोकप्रिय समाचार