08 अगस्त, 2009

मदन बाबू के सपनों को साकार करना ही सच्ची श्रद्धांजलि

महिलाएं शिक्षित हों, सुसंस्कृत हों ताकि महिलाओं की भागीदारी प्रत्येक क्षेत्र में हो। घर परिवार में सुगमता का माहौल बने और एक आदर्श समाज की स्थापना हो। महाविद्यालय के संस्थापक मदन बाबू का यही सपना था। उनके सपने को साकार करने के लिए प्रयासरत रहना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। उक्त बातें शनिवार को नवगछिया में मदन अहिल्या महिला महाविद्यालय की प्राचार्य डा0 कुमकुम सिंह ने विधानसभा के पूर्व सदस्य सह उक्त महाविद्यालय के संस्थापक मदन सिंह की याद में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में अध्यक्षता करते हुए कही । सभा की शुरूआत स्व. सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। सभा को स्मरणीय बनाने के लिए महाविद्यालय परिसर में 20 वृक्ष लगाए गए। वहीं प्रत्येक वर्ष आज के ही दिन मेधावी छात्राओं को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई। मौके पर डा. मनीषा लाहड़ी, शिक्षक डा. छेदी साह, डा. रीता राय, डा. प्रेमशिलाशरण, डा. सुनन्दा, प्रो. अनिल , प्रो. सदानंद, डा. रेणु, डा. रवीन्द सहित कई छात्राएं उपस्थित थीं।

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