13 अगस्त, 2009

गोवा एक्सप्रेस में युवतियों से छेड़खानी

गोवा एक्सप्रेस की आरक्षित बोगियों में बुधवार रात मनचलों की टोली ने युवतियों के संग जमकर छेड़खानी और अभद्रता की। भोपाल से ग्वालियर तक परेशान महिलाएं रोती रहीं लेकिन कोई उन्हेंबचाने वाला नहीं था।

आखिरकार कुछ युवतियों ने साहस दिखा स्टाफ से शिकायत की, जिस पर सभी स्टेशनों पर आरपीएफ को सतर्क किया गया। ग्वालियर से मथुरा तक धरपकड़ अभियान चलाकर कुल 19 मनचलों को दबोच लिया।

गोवा से निजामुद्दीन जा रही गोवा एक्सप्रेस में कोल्हापुर से हरियाणा और गाजियाबाद के 40-45 युवकों का ग्रुप सवार हुआ। उन्होंने ट्रेन में चढ़ते ही हरकत शुरू कर दी। पूना से ट्रेन में पांच-छह युवतियां सवार हुई। मनचलों ने उन पर फब्तियां कसनी शुरू कर दीं। भोपाल से युवकों ने कोच एस-1 से एस-10 तक बेधड़क घूम सफर करतीं अन्य महिलाओं और युवतियों संग भी छेड़खानी की। विरोध कर रहे लोगों को मनचलों ने धमकी देकर चुप करा दिया।

इससे महिला यात्रियों में दहशत फैल गई। उनमें से कई महिलाओं ने तो रोना शुरू कर दिया। मनचलों ने पूना से सवार हुई युवतियों को अकेला देख उनको घेर दोबारा छेड़खानी की, जिस पर युवतियों ने साहस का परिचय देते हुए उनका विरोध किया। ट्रेन में चल रहे स्टाफ से उनकी शिकायत कर दी।

सूचना पर रात 2.30 बजे कंट्रोल रूम से ग्वालियर, झांसी, आगरा, मथुरा आदि रेलवे स्टेशनों पर आरपीएफ को सतर्क किया। ट्रेन के झांसी पहुंचने पर मनचलों को पकड़ने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने बोगी के दरवाजे अंदर से बंद कर लिए। ग्वालियर स्टेशन पर आरपीएफ ने दो मनचलों को दबोच लिया परंतु अन्य हाथ नहीं आए।

बुधवार रात 3.20 बजे ट्रेन आगरा कैंट स्टेशन पर पहुंची। जहां आरपीएफ ने ट्रेन की सघन तलाशी लेकर छेड़खानी की शिकार युवती और महिलाओं की निशानदेही पर 16 अन्य मनचलों को भी गिरफ्तार कर लिया। सभी को जीआरपी को सौंप दिया गया है।

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