मालूम हो कि परियोजना कर्मियों के बच्चों सहित कहलगांव वासियों के बच्चे स्वाईन फ्लू प्रभावित शहरों के उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे हैं या कार्यरत है। पूना के एक उच्च शिक्षण संस्थान में पढ़ने वाले तीन लड़के इस बीमारी के भय से गुरुवार को कहलगांव अपने घरों को लौटे हैं।
सूत्रों के अनुसार एनटीपीसी अस्पताल के द्वारा अपने केबल नेटवर्क पर स्वाईन फ्लू से संबंधित जानकारी दे रहा है। परंतु इस संक्रामक बीमारी के लिए अभी तक न तो टेस्ट किट और न ही दवा ही अस्पताल के पास उपलब्ध है। बिहार सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों से हम सभी पूर्व से ही अवगत है। कुल मिलाकर बिना हथियार के युद्ध लड़ने जैसी स्थिति है।