21 अगस्त, 2009

शिलांग में भीख माँगने पर रोक

शिलांग की छवि को साफ सुथरे शहर के तौर पर प्रस्तुत करने की प्रक्रिया में सरकार ने अगले महीने से भीख माँगने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है।
शहरी मामलों के मंत्री पॉल लिंगदोह ने कल रात कहा,‘सरकार ने भिखारियों के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए भीख माँगने को सितंबर से अपराध की श्रेणी में रख दिया है। इसका उल्लंघन करने वालों पर शिलांग म्यूनिसिपल बोर्ड के तहत कार्रवाई की जाएगी।’
उन्होंने कहा कि यह शहर को सुंदर बनाने की दिशा में एक प्रयास है। इसके लिए ‘क्लीन शिलांग अभियान’ शुरु किया जा रहा है, जिससे शहर के खोए गौरव को फिर से वापस लाया जा सके।
पूर्वी खासी हिल्स के उपायुक्त को भिखारियों पर कड़ा कदम उठाने का आदेश दिया गया है। लेकिन अभी तक इसके लिए कोई भी दिशानिर्देश जारी नहीं किए गए हैं।
लिंगदोह ने कहा,‘शहर में अच्छी खासी संख्या में भिखारी और रास्ते पर रहने वाले लोग हैं। इसमें से कुछ वयस्क हैं, जिनका स्वास्थ्य बेहद खराब है। साथ ही साथ बहुत बड़ी संख्या में बच्चे भी हैं, जो शहर में यहाँ वहाँ घूमकर भीख माँगते हैं।’
गौरतलब है कि कैबिनेट को एक अध्यादेश लाकर 1973 में बने शिलांग म्यूनिसिपल कानून में संशोधन करना है। इसके प्रस्तावित संशोधन में भिखारियों और आम जनजीवन में अव्यवस्था फैलाने वालों के खिलाफ जुर्माना लगाने का प्रावधान रखा गया है।
लिंगदोह ने बताया कि यहाँ वहाँ थूकने वालों और अन्य अव्यवस्था फैलाने वाले लोगों के खिलाफ जुर्माने की राशि को दस रुपए से बढ़ाकर 200 रुपया कर दिया जाएगा।

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