13 अगस्त, 2009

भय का माहौल न बनने दें-मनमोहन

देश में स्वाइन फ्लू के बढ़ रहे खतरे पर गुरुवार को कैबिनेट की बैठक में विस्तार से चर्चा हुई और प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने कहा कि इस मुद्दे पर भय का माहौल नहीं बनने देना चाहिए।
सूत्रों ने बताया कि केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद ने कैबिनेट बैठक में देश में स्वाइन फ्लू की स्थिति पर प्रस्तुतिकरण दिया। इसके बाद इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई ।
स्वाइन फ्लू की स्थिति पर चिन्ता व्यक्त करते हुए सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री से कहा कि वे जनता का विश्वास बहाल करने का प्रयास करें और यह सुनिश्चित करें कि भय का माहौल नहीं बनने पाए।
समझा जाता है कि प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के समक्ष यह बड़ी समस्या है और सरकारी क्षेत्र इससे निपटने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है।
बैठक के बाद आजाद ने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। केन्द्र और राज्य सरकारें हरसंभव कदम उठा रही हैं। पिछले एक सप्ताह से हम सरकारी और निजी अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए स्थान आरक्षित कर रहे हैं। हम कुछ निजी प्रयोगशालाओं को भी जाँच के काम में लगा रहे हैं।
आजाद ने कहा कि जिन लोगों में स्वाइन फ्लू के लक्षण हैं, केवल उन्हें ही मास्क पहनना चाहिए। उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए नहीं, बल्कि दूसरों की सुरक्षा के लिए मास्क लगाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि किसी को लगता है कि उसमें स्वाइन फ्लू के लक्षण हैं, उसे सर्दी-जुकाम एवं खाँसी है तो उसे घर बैठना चाहिए। बाहर निकलकर अन्य लोगों से घुलना-मिलना नहीं चाहिए।

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