16 जुलाई, 2009

बिहार को नया उत्साह व ऊर्जा मिलती है

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम जब भी बिहार आते हैं, बिहार को नया उत्साह व ऊर्जा मिलती है। हमने तो उनसे यह अनुरोध किया हुआ है कि साल में कम से कम एक बार वह बिहार जरूर आएं। वह आ भी रहे हैं।

नालंदा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के सम्बन्ध में नीतीश ने कहा कि इसके लिए हमारे 'आइडिया एंड एप्रोच' में कोई फर्क नहीं है। काम चल रहा है। साउथ इस्ट एशिया सम्मिट अप्रैल में नहीं होने की वजह से इसमें देरी हो रही है। यहां क्या-क्या पढ़ाई होनी है यह लगभग तय है। इस बाबत अम‌र्त्य सेन कमेटी ने अपनी रिपोर्ट दे दी है। वह चाहते हैं कि तत्काल यहां एकेडमिक गतिविधि शुरू हो। डा. कलाम की यात्रा पर मुख्यमंत्री ने कहा कि डा. कलाम के बिहार आगमन से यहां की युवा पीढ़ी उनसे प्रेरणा ग्रहण करती है। हम इनका सम्मान करते हैं। डा. कलाम जैसे ज्ञानी पुरुष जब कुछ ज्ञान की बात करते हैं तो उसे अंगीकार करना चाहिए। बिहार विधानमंडल को उन्होंने संबोधित किया था। उनकी बात हम लोगों ने गांठ बांध कर रखी हुई है कि बिहार को 2015 तक विकसित राज्य बनाना है।

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