17 जुलाई, 2009

पहली नैनो की चाबी रघुनाथ विचारे को



आखिर लंबे इंतजार के बाद पहली नैनो कार सड़क पर आ ही गई। मुंबई में टाटा समूह के चेअरमन रतन टाटा ने अपना वादा निभाया और आम आदमी की
टाटा ग्रुप के चेअरमन रतन टाटा ने रघुनाथ विचारे को पहली नैनो की चाबी सौंपी।
जनता की कार कही जा रही पहली नैनो की चाबी इसके मालिक को सौंपी। पहली नैनो पाने वाले लकी शख्स हैं रघुनाथ विचारे।
विचारे को पहली नैनो की चाबी सौंपने के बाद टाटा मोटर्स के चेअरमन रतन टाटा ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि टाटा नैनो उन लोगों को मोटर कार चलाने का अद्भुत आनंद देगी, जो पहली बार कार खरीद रहे हैं।' उन्होंने कहा कि नैनो उन लोगों को भी पसंद आएगी जो पहले से कार के मालिक हैं, लेकिन एक मॉडर्न और कम उत्सर्जन वाली कार चाहते हैं।
विचारे ने टाटा नैनो एलएक्स (लूनर सिल्वर) खरीदी है, जो कार का महंगा मॉडल है। विचारे को इस मॉडल की डिलीवरी के साथ पहली एक लाख कारों की डिलीवरी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह अगले साल मार्च तक पूरी हो जाएगी। विचारे के साथ ही एचडीएफसी बैंक के एक कर्मचारी आशीष बालकृष्णन और एक अन्य ग्राहक ने भी टाटा नैनो की डिलीवरी ली।
पहली खेप के तहत 1. 55 लाख नैनो की डिलीवरी की जानी है। घोषणा के अनुरूप पहली एक लाख कारें एक लाख रुपये की कीमत पर बेची जाएंगी। जिससे नैनो दुनिया का सबसे सस्ता चार पहिया वाहन बन जाएगी। 3 अलग-अलग संस्करणों के लिए कार की कीमत 1.23 लाख रुपये से 1. 72 लाख रुपये (एक्स शोरूम दिल्ली) के बीच है।
टाटा ने नैनो का अनावरण पिछले वर्ष नई दिल्ली में किया था। हालाँकि इसकी बुकिंग इस वर्ष अप्रैल में शुरू की जा सकी, क्योंकि पश्चिम बंगाल में इसके प्रस्तावित संयंत्र का विरोध हुआ और इसे गुजरात ले जाना पड़ा। फिलहाल ये कारें पंतनगर के संयंत्र में बनाई जा रही है।

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