19 जून, 2009

महिलाओं ने बदली तकदीर

गुरूवार को डीडीएम नाबार्ड नवीन राय के साथ उन्होंने खरीक प्रखंड के गोटखरीक पंचायत स्थित कालीस्थान गणेशपुर में केले के बगान के समीप केले के थम से रेशा निकालकर उससे हस्तशिल्प का सामान बनाती महिलाओं के कामकाज से रू-ब-रू हुए। उन्होंने महिलाओं से कई जानकारी ली। गांव की महिला बेबी देवी, विनीता देवी, डोली देवी, मंजू देवी, उषा देवी, राधा देवी, सुनीता देवी, मीरा देवी, अमृता देवी आदि ने उन्हें बताया कि वे बेकार समझे जाने वाले केले के थम से रेशे निकाल कर हस्त निर्मित कई ऐसे घरेलू सामग्री बना रही हैं। शहरों में उनके द्वारा निर्मित सामान की काफी कद्र है। नवजनलोक कार्यकर्ता ईरा शर्मा,बनारसी शर्मा ने अधिकारियों को बताया कि कल तक ये महिलाएं घरेलू कामकाज के अलावा खेत में काम करती थीं। लेकिन आज ये केले के रेशे से समान बनाकर अच्छी आय अर्जित कर रही हैं और समाज में हुनरमंद महिला के रूप में स्थापित हो रही हैं। महिलाओं ने रेशे से बने बैग, टेलीफोन मैट, सीक, पोट हैंगर आदि सहायक महाप्रबंधक को भेंट में दी। महाप्रबंधक ने बताया कि केले के रेशे से बने सामान काफी फैशनेबुल होने के कारण महानगरों व शहरों में उनकी काफी मांग है। इसके विपणन के लिए नाबार्ड ने रूरल मार्ट भी महिलाओं को उपलब्ध कराया है।

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