11 मई, 2009

स्वाईन फ्लू के प्रति स्वास्थ्य विभाग सतर्क

राज्य में स्वाईन फ्लू के प्रति स्वास्थ्य विभाग और भी सतर्क हो गया है। प्रत्येक जिले के सिविल सर्जनों को पत्र देकर इसके प्रति सचेत रहने का निर्देश दिया है तथा स्वाईन फ्लू के मरीज मिलने पर इसकी सूचना शीघ्र सरकार को देने का निर्देश जारी किया है। साथ ही लोगों से यह अपील की गयी है कि इस रोग के बारे में विस्तृत जानकारी लेने के लिए 102 नंबर डायल करें। इसके अलावा पौल्ट्री फार्म में मुर्गियों की जांच, होटलों में ठहरने वाले विदेशियों की जांच करने के भी निर्देश दिये गए हैं।

सोमवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सिविल सर्जन ने कहा कि वैसे तो अभी भारत में स्वाईन फ्लू के मरीज नहीं मिले हैं लेकिन राज्य सरकार ने सभी जिलों के सिविल सर्जनों को सचेत रहने का निर्देश दिया है। होटलों में आने वाले विदेशी नागरिकों की भी जांच करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस रोग के बारे में जानकारी लेने के लिए 102 के अलावा 0112618384, 098687123, 0968791626 नंबर भी डायल कर सकते हैं। डा. मोदी ने कहा कि हालांकि अभी मुख्यालय में उक्त रोग की दवा उपलब्ध नहीं है, मांग की जा रही है। सदर अस्पताल में उक्त रोग के मरीज को रखने की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने होटल संचालकों को भी बुलाया था लेकिन एक होटल संचालक को छोड़कर कोई नहीं आया।

स्वाईन फ्लू होने के कारण :

डा. मोदी ने कहा कि स्वाईन फ्लू एक ऐसी बीमारी है जो सुअर से मानव में जाती है। यह बीमारी भारत को छोड़कर विश्व के 19 देशों में फैल चुकी है। उन्होंने कहा कि मुर्गी, बत्तख एवं सुअर को एक साथ रखने पर बीमारी फैलने की संभावना रहती है। उन्होंने कहा कि यह रोग मुख्यत: सुअरों में होने वाला श्वास रोग है। यह टाइप ए इनफ्लूइंजा वायरस द्वारा फैलता है। छुआछुत से भी होता है। स्वाईन फ्लू से बचने के लिए अभी तक कोई टीका नहीं ईजाद किया गया है।

स्वाईन फ्लू होने के लक्षण :

मानव को होने पर खांसने, छींकने, संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने, छूने, चुंबन तथा वायु के माध्यम से होता है। रोग के लक्षणों में बुखार आना, ठंडा लगना, सुस्ती तथा थकावट महसूस होना, खांसना एवं छींकना, आंख एवं नाक से पानी गिरना, आंख में सूजन एवं लाल होना, सांस लेने में कठिनाई होना, सिर और पूरे शरीर में दर्द होना, भूख नहीं लगना, उल्टी एवं पतला दस्त होना आदि शामिल हैं। ऐसे लक्षण होने पर चिकित्सक से संपर्क करें।

स्वाईन फ्लू से बचने के उपाय :

रोग होने की स्थिति में घर से बाहर नहीं जाएं। खाने एवं छींकने वक्त मुंह एवं नाक को रुमाल या टीसू पेपर से ढंक कर कीटाणुरहित करें, अनावश्यक आंख, कान या मुंह को नहीं छुएं, भीड़-भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचें, पौष्टिक आहार लें तथा पानी खूब पीएं, हाथ नहीं मिलाएं, गले नहीं लगे, चुंबन नहीं लें तथा सार्वजनिक स्थानों पर नहीं थूकें।

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