प्रभात फेरी में महर्षि मेंहीं के तीन बड़े-बड़े कट आउट लगाये गये थे। प्रभात फेरी में शामिल श्रद्धालुओं के हाथों में तख्तियां थीं। उन तख्तियों पर 'सबका मालिक एक है, ईश्वर तक जाने का रास्ता एक है' आदि स्लोग्न लिखे हुए थे। श्रद्धालु सफेद और लाल रंग के वस्त्र धारण किये हुए थे। प्रभात फेरी में कई वाहनों को भी शामिल किया गया था।
प्रभात फेरी के बाद महर्षि मेंहीं के चित्र पर फुल चढ़ाकर उन्हें पुष्पाजंलि दी गयी। पुष्पाजंलि देने वालों में आचार्य हरिनंदन बाबा, अखिल भारतीय संतमत-सत्संग महासभा के पदाधिकारी एवं श्रद्धालु शामिल थे।
महर्षि मेंहीं जी की जयंती नवगछिया बाज़ार स्थित संतमत सत्संग मन्दिर में भी हर्षोल्लाश के साथ मनाई गई। समारोह में स्तुति, प्रार्थना के साथ भंडारा एवं पुष्पांजलि कार्यक्रम भी आयोजित हुआ। जिसमें समिति के अध्यक्ष श्री लाल कनोडिया , उपाध्यक्ष उमेश प्रसाद मंडल, संरक्षक दिनेश प्रसाद भगत के साथ काफी श्रद्धालु सक्रीय थे।