08 नवंबर, 2010

भारत बने सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य-ओबामा

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सोमवार को संसद में ऐलान किया कि उनका देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी का समर्थन करेगा।

ओबामा ने यहाँ संसद के ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में दोनों सदनों के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं पुनर्गठित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के स्थायी सदस्य के तौर पर शामिल होने की आशा रखता हूँ।

प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह, लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और केंद्रीय कक्ष में उपस्थित दोनों सदनों के सदस्यों की तालियों की भारी गड़गड़ाहट के बीच उन्होंने कहा कि अमेरिका संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता पाने की भारत की तैयारी का स्वागत करता है।

ओबामा ने कहा कि अमेरिका ऐसी न्यायसंगत और टिकाऊ अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था चाहता है, जिसमें संयुक्त राष्ट्र एक कुशल, प्रभावी, विश्वसनीय और तर्कसंगत निकाय के रूप में कार्य करे।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र के शांति रक्षा अभियानों में भारत के योगदान भी सराहना करते हुए कहा कि भारत ने हमेशा से ऐसे अभियानों में अपने शांति रक्षक भेजे हैं।

गौरतलब है कि आज दोपहर प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह के साथ वार्ता के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में भारतीय और अमेरिकी पत्रकारों ने इस मुद्दे पर जब सवाल किया तो ओबामा ने यह कहते हुए जवाब देने से मना कर दिया कि वह इस बारे में संसद में अपने विचार व्यक्त करेंगे। इससे पहले, वॉशिंगटन में ओबामा ने कहा था कि संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी सदस्यता का मुद्दा एक पेचीदा सवाल है।

शून्य का आविष्कार : ओबामा ने कहा कि भारत के शून्य का आविष्कार करने में आज के सूचना युग की बुनियाद टिकी है। ओबामा ने कहा कि भारतीयों ने मानव शरीर की जटिलताओं और ब्रह्मांड के रहस्य को खोला था और यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि हमारे आज के सूचना युग की जड़ें शून्य सहित भारत के आविष्कारों में मौजूद हैं।

संरक्षणवाद : ओबामा ने कहा कि उनका देश संरक्षणवाद के खिलाफ है और विश्व अर्थव्यवस्था की हालत सुधारने और मजबूत बनाने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करना चाहता है।

सबने सराहा : ओबामा के भाषण को मुख्य विपक्षी दल भाजपा समेत लगभग सभी दलों ने जहाँ भारत के विकास की दृष्टि से सकारात्मक बताया तो वहीं वाम दलों ने गरीबी उन्मूलन का जिक्र नहीं होने के आधार पर इसे महज शब्दों की बाजीगरी करार दिया।

अंसारी, सोनिया, सुषमा मिले : उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गाँधी के साथ वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी और विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों एवं अन्य विषयों पर चर्चा की।

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