24 नवंबर, 2010

आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री रोसैया का इस्तीफा

हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के. रोसैया ने बुधवार को अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। राज्यपाल ईएसएल नरसिंहन ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। अटकलें हैं कि तेलंगाना पृथक राज्य पर श्रीकृष्ण समिति की रिपोर्ट आने से पहले यह कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा है।

रोसैया ने कहा, 'मैंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा देने का फैसला किया है। इसके पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं है।' 77 वर्षीय रोसैया ने यह घोषणा राज्य सचिवालय में आयोजित संवादददाता सम्मेलन में की।

उनका इस्तीफा कांग्रेस विधायक दल की यहां आयोजित होने वाली बैठक से पहले आया है। बैठक में विद्रोही सांसद जगमोहन रेड्डी के स्वामित्व वाले चैनल साक्षी पर प्रसारित कार्यक्रम में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को 'कांग्रेस की दुर्गति' का जिम्मेदार और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को 'रबर की मोहर' बताने जाने पर चर्चा होनी थी।

कांग्रेस ने इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए इसकी रिपोर्ट मांगी थी। हालांकि चैनल प्रबंधकों का कहना है कि जगमोहन को शो के कार्यक्रम की जानकारी नहीं थी। जबकि पुन: प्रसारित इस कार्यक्रम में विवादास्पद अंशों को प्रसारित नहीं किया गया।

बैठक में वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी, स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद और केंद्रीय कानून मंत्री वीरप्पा मोइली पर्यवेक्षक के तौर पर शामिल हुए। -अब कौन : सूत्रों के मुताबिक आंध्र प्रदेश विधानसभा स्पीकर किरणकुमार रेड्डी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सूचना मंत्री गीता रेड्डी और केंद्रीय मंत्री एस. जयपाल रेड्डी का नाम भी पद के लिए लिया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री वाईएसआर राजशेखर रेड्डी की पिछले साल सितंबर में मौत हो गई थी। उनके बेटे जगन की जगह रोसैया को मुख्यमंत्री बनाए जाने से पार्टी में मतभेद बना हुआ है। यही नहीं पृथक तेलंगाना की मांग भी केंद्र और राज्य सरकार के गले की फांस बनी हुई है। इस मामले पर गठित श्रीकृष्ण समिति 31 दिसम्बर को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। पार्टी को उम्मीद है कि रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद रोसैया प्रभावी तरीके से हालातों से निपट सकते हैं।

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