19 अक्तूबर, 2009

गंगा के तट पर नहीं कर पाएंगे छठ पूजा


गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण इस वर्ष श्रद्धालु कई घाटों में छठ पूजा नहीं कर पाएंगे। प्रशासन श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गंगा के तट पर अस्थायी तालाब का निर्माण करवा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पटना में गंगा नदी के घाटों का निरीक्षण किया।


राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को बताया कि गंगा नदी में पानी के जलस्तर बढ़ जाने के कारण छठ व्रतियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा, "गंगा घाटों की खतरनाक स्थिति को देखते हुए घाटों को बांस-बल्लों से घेराबंदी की जाएगी तथा कई घाटों के किनारे अस्थायी तालाब बनाए जा रहे हैं।"

मोदी ने बताया कि पटना में अधिक से अधिक अस्थायी तालाब बनाने के लिए अधिकारियों का एक दल गठित किया गया है। उन्होंने कहा कि गंगा नदी के तट पर राष्ट्रीय आपदा सुदृढ़ीकरण बल (एनडीआरएफ) की टीम और गोताखोर मौजूद रहेंगे।

पटना नगर निगम के आयुक्त सेंथिल कुमार ने बताया कि गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण जिन घाटों की स्थिति खतरनाक है वहां बोर्ड लगाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं। पटना में गंगा नदी के करीब 72 घाट ऐसे हैं जहां श्रद्धालु भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करते हैं, इनमें से अधिकांश घाटों को इस वर्ष खतरनाक करार दिया गया है।

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