लंदन। मानव मूत्र टमाटर की पैदावार बढ़ा सकता है और इसे खाना पूरी तरह से सुरक्षित है। यह बात हाल के एक अध्ययन में सामने आई है। फिनलैंड के कोपियो विश्वविद्यालय के पर्यावरणीय जीवविज्ञानी शोधार्थी सुरेंद्र प्रधान और उनके साथियों ने टमाटर के पौधों को लवण-उर्वरक, मूत्र और लकड़ी के अवशेष या सिर्फ मूत्र का पोषण दिया।
उर्वरक के रूप में मूत्र का पोषण पाने वाले टमाटर के पौधे में लगे टमाटरों में लवण-उर्वरक का पोषण पाने वाले पौधे में लगे टमाटरों की तुलना में अधिक नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम पाया गया।
पढ़ें: दिल का रक्षक है टमाटर
मूत्र के पोषण से विकसित टमाटर में अधिक प्रोटीन भी मिला और यह मनुष्य के उपभोग के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है।
प्रधान ने कहा, “यह एक साधारण तकनीक है। टायलेट से या अलग केन में मूत्र को इकठ्ठा किया जा सकता है।” उन्होंने कहा कि, “अगर लकड़ियों के अवशेष उपलब्ध हैं तो इनका उपयोग फास्फोरस, पोटेशियम व अन्य पोषक पदार्थ के पूरक के रूप में किया जा सकता है।”
पढ़ें: नारंगी टमाटर अधिक गुणकारी
उन्होंने कहा कि यह तरीका महंगे उवर्रकों का बेहतर विकल्प है। महंगे उर्वरक दूरदराज और पहाड़ी इलाकों में आसानी से उपलब्ध नहीं होते। नेपाली मूल के सुरेंद्र प्रधान ने बताया कि इस शोध पर आधारित एक प्रधान परियोजना नेपाल में नवम्बर में शुरू की जाएगी।
लेकिन स्वीडन स्थित स्टॉकहोम इनवायर्नमेंट इंस्टीट्यूट के पारिस्थतिकी-कृषि एवं आरोग्य तकनीक विशेषज्ञ हाकन जॉनसन ने कहा कि, “एक परिवार या व्यक्ति से एकत्र किए गए मूत्र की मात्रा बेहद कम है।” जॉनसन ने कहा कि, “यह तकनीक छोटे किसानों की मदद कर सकती है लेकिन बड़े और सीमांत किसानों के लिए यह पर्याप्त नहीं है।”
ध्यान दें
प्रकाशित समाचारों पर आप अपनी राय या टिपण्णी भी भेज सकते हैं , हर समाचार के नीचे टिपण्णी पर क्लिक कर के .
लोकप्रिय समाचार
-
वयोवृद्ध माकपा नेता ज्योति बसु की हालत आज भी अत्यंत गंभीर बनी हुई है। साल्टलेक स्थित एएमआरआई अस्पताल में 95 वर्षीय माकपा नेता के इलाज के लिए...
-
पटना उच्च न्यायालय ने पूर्व में दिये गये निर्देश के बाद भी सरकार के हलफनामा नहीं दायर करने पर शुक्रवार को गहरी नाराजगी जतायी। न्यायाधीश अजय...
-
पटना। बिहार में डॉल्फिन की संख्या बहुत तेजी से घटती जा रही है। भारत में करीब दो हजार डॉल्फिन हैं जिनमें से करीब 1300 के बिहार में पाई जाती...
-
राजेश कानोडिया कहते हैं पक्षी राज गरुड़ का मनभावन क्षेत्र कोसी का किनारा होता है। तभी तो ये पक्षी प्रति वर्ष इस क्षेत्र में आकर विचरण करते ...
-
कांग्रेस प्रत्यासी सदानंद सिंह के अनुसार केन्द्र में मजबूत सरकार सिर्फ़ कांग्रेस ही दे सकती है। भाजपा मुद्दा विहीन है। जनता ने इस दफे अगर ...
-
मतगणना 16 मई को सुबह आठ बजे से होगी इसके लिए मतगणना कार्मिकों का प्रशिक्षण 12 और 13 मई को अंग सांस्कृतिक भवन में होगा। 12 को प्रथम पाली में...
-
सेवा निवृत शिक्षिका पंचा देवी(७५) के निधन पर श्राद्ध कर्म पश्चात बिहारी अतिथि सदन , नवगछिया में आयोजित सत्संग कार्यक्रम के दौरान संतमत सत्सं...
-
नवगछिया स्टेशन से सटे स्टेशन कटरिया के गेट में कुछ गडबडी आ जाने से सिग्नल सिस्टम जाम हो गया था। जिसके चलते गाडिओं का आवागमन लगभग एक घंटा बा...
-
बिहपुर प्रखंड के बभनगामा, अमरपुर , लत्तीपुर, अरसंडी के लीची बगानों में इस बार लीची की पैदावार अच्छी है। जबकि खरीक प्रखंड के तेलघी , कठेला, ख...
-
बुनकरों के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडराते देख नाबार्ड ने उनके लिए रात में भी वस्त्र का उत्पादन जारी रखने पहल की है। इसके तहत उन्हें बिना ख...