भारत-चीन सीमा पर वास्तवितक नियंत्रण रेखा अब करोड़ों रुपए की तस्करी का जरिया बन गई हैं। जहाँ भारतीय कारोबारी तस्करी के जरिए करोड़ों रुपए मूल्य के रोजमर्रा के उपयोग केसामान तिब्बत में भेज कर वहाँ से चीन के फैंसी उत्पादों को भारत लाते हैं।
यह इलाका है लद्दाख के दक्षिण पश्चिम में स्थित शंगथांग, जो तस्करों के लिए स्वर्ग बन गया है। यहाँ से गेहूँ, चावल, सिगरेट, बीड़ी तथा कुकिंग तेल जैसी दैनिक उपभोग की वस्तुओं का तस्करी होती है।
लद्दाख क्षेत्र के सैन्य तथा प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि भारतीय कारोबारी बदले में पश्मीना शाल, चीनीबर्तन, खिलौने, इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद, कंबल आदि लाते हैं।
अधिकारियों के अनुसार पिछले साल के ओलिम्पिक से पहले चीन ने शंगथांग इलाके के दूसरी ओर अपनी भूमि मेंदुमशेले में दो अस्थाई स्थल बनाए। यहाँ दोनों तरह के कारोबारी इकट्ठे होते और सामान की अदला-बदली करते।लेकिन ओलिम्पिक के दौरान तिब्बती विरोध के चलते चीन के अधिकारियों ने इस व्यवस्था को बंद कर दिया।
इसके बाद दोनों तरफ के तस्करों के लिए अदला-बदली के रूप में तस्करी का मार्ग खुल गया।
कुछ अधिकारियों का मानना है कि चीन के अधिकारी इस तस्करी को अनुमति दे रहे हैं क्योंकि उनके लिए मुख्यचीन से पश्चिमी तिब्बत में आवश्यक वस्तुओं की समुचित आपूर्ति बनाए रखना कठिन है।
सूत्रों का कहना है कि हालाँकि भारत तिब्बत सीमा पुलिस तथा सेना इन तस्करों पर काबू करने की कोशिश कररही है लेकिन बड़ी संख्या में पहाड़ी दर्रों के चलते इस पर पूरी तरह नियंत्रण संभव नहीं है।
कुछ अन्य अधिकारियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा आरोप लगाया कि इस तरह की गतिविधियों परनियंत्रण कड़ा करने पर लद्दाखी राजनीतिक हस्तक्षेप होता है।
स्थानीय स्तर पर इस तरह के कारोबार की अनुमति का आग्रह किया जाता है क्योंकि अनेक लोगों की आजीविका इससे चल रही है।
ध्यान दें
प्रकाशित समाचारों पर आप अपनी राय या टिपण्णी भी भेज सकते हैं , हर समाचार के नीचे टिपण्णी पर क्लिक कर के .
लोकप्रिय समाचार
-
वयोवृद्ध माकपा नेता ज्योति बसु की हालत आज भी अत्यंत गंभीर बनी हुई है। साल्टलेक स्थित एएमआरआई अस्पताल में 95 वर्षीय माकपा नेता के इलाज के लिए...
-
राजेश कानोडिया कहते हैं पक्षी राज गरुड़ का मनभावन क्षेत्र कोसी का किनारा होता है। तभी तो ये पक्षी प्रति वर्ष इस क्षेत्र में आकर विचरण करते ...
-
कांग्रेस प्रत्यासी सदानंद सिंह के अनुसार केन्द्र में मजबूत सरकार सिर्फ़ कांग्रेस ही दे सकती है। भाजपा मुद्दा विहीन है। जनता ने इस दफे अगर ...
-
सेवा निवृत शिक्षिका पंचा देवी(७५) के निधन पर श्राद्ध कर्म पश्चात बिहारी अतिथि सदन , नवगछिया में आयोजित सत्संग कार्यक्रम के दौरान संतमत सत्सं...
-
गंगापार में राजद की चुनाव में खस्ता हालत के बावजूद बिहपुर के राजद विधायक शैलेश कुमा र उर्फ बुलो मंडल का पार्टी छोड़ने का कोई इरादा नहीं है।...
-
नवगछिया बाजार की सड़कों का बुरा हाल है। बाजार की एक भी सड़क दुरूस्त और चलने लायक नहीं है। गोपालपुर प्रखंड को नवगछिया बाजार से जोड़ने वाली सड़क म...
-
बुनकरों के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडराते देख नाबार्ड ने उनके लिए रात में भी वस्त्र का उत्पादन जारी रखने पहल की है। इसके तहत उन्हें बिना ख...
-
प्रधानमंत्री की तनख्वाह उनके मीडिया सलाहकार से महज 30 हजार रुपए अधिक है। प्रधानमंत्री को हर माह मिलते हैं 1.60 लाख रुपए तो पंकज पचौरी (मीडिय...
-
कौशल किशोर मिश्र, भागलपुर बिहार के भागलपुर, मधेपुरा, पूर्णिया, कोसी व सीमांचल के दियारा (डेल्टा) इलाकों में पुलिस-प्रशासन का नहीं गुंडा बैं...
-
उड़ीसा में एक सीनियर आईएएस अफसर जगदानंद पांडा और उनके परिवार के 4 लोगों की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई है. ये वारदात उड़ीसा के बरगढ़ में हुई....