08 अगस्त, 2009

संसद का बजट सत्र समाप्त

संप्रग सरकार की दूसरी पारी का पहला बजट सत्र शुक्रवार को ‘थोड़ी खुशी, थोड़ा गम’ के साथ अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया, जिस दौरान संभवत: पहली बार व्यापारिक घरानों की आपसी लड़ाई का साया संसद की कार्यवाही पर पड़ा।
अध्यक्ष चुने जाने के बाद लोकसभा के पहले नियमित सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने से पहले मीरा कुमार ने सदन के कामकाज में व्यवधान डालने पर खेद व्यक्त करते हुए सदस्यों से अपील की कि चाहे जो वजह हो वे सदन के कार्य को बाधित नहीं करें। उन्होंने कहा कि सदन के कामकाज में नुकसान पहुँचाने का किसी को अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि चर्चा और बहस ही जनता के मुद्दे उठाने का सर्वोत्तम तरीका है।
संप्रग सरकार के लिए खुशी की बात यह रही कि उसका वित्तीय कामकाज बिना किसी समस्या के निबट गया और उसने छह से 14 साल तक के बच्चों की नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा संबंधी ऐतिहासिक विधेयक पर संसद की मुहर लगवाई।
उसके लिए सालने वाली बात यह होगी कि न्यायाधीश सम्पत्ति एवं देनदारी घोषणा से जुड़ा उसका विधेयक विपक्ष के साथ ही अपनों के विरोध की वजह से राज्यसभा में पेश करने से पीछे हटना पड़ा जबकि लोकसभा में उसके दो मंत्रियों के विदेश में होने के कारण रबड़ संशोधन विधेयक पर चर्चा स्थगित करनी पड़ी।

ध्यान दें

प्रकाशित समाचारों पर आप अपनी राय या टिपण्णी भी भेज सकते हैं , हर समाचार के नीचे टिपण्णी पर क्लिक कर के .

लोकप्रिय समाचार