14 अगस्त, 2009

पीछे छूट गया फ्लू का खौफ..

जन्माष्टमी के मौके पर शुक्रवार को मुंबईवासी स्वाइन फ्लू के खौफ से बेपरवाह होकर गोविंदा आला रे.. के उद्घोष की मस्ती में डूब गए। विभिन्न इलाकों में पारंपरिक तरीके से लोगों ने इस अवसर पर दही-हांडी उत्सव मनाया।

दादर में दही-हांडी उत्सव को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए। स्थानीय ओम साई मंडल के युवाओं ने गोविंदा आला रे गीत के साथ उत्सव की शुरुआत की। यहां दही-हांडी को आरती सावंत ने फोड़ा।

दही-हांडी उत्सव में शामिल लोगों के चेहरे पर स्वाइन फ्लू का भय नहीं देखा गया। अन्य वर्षो की तरह ही वे मस्ती में डूबकर 'गोविंदा आला रे.' गाते दिखे। मुंबई के दही-हांडी उत्सव में बड़ी संख्या में लोग हिस्सा लेते है। स्वाइन फ्लू के संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने नामचीन हस्तियों से इन उत्सवों से दूर रहने की अपील की थी ताकि सार्वजनिक स्थलों पर कम लोग इकट्ठा हों।

राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी शिव सेना ने कहा था कि वह इस बार बिना दही-हांडी के जन्माष्टमी का उत्सव मनाएगी। उल्लेखनीय है कि राज्य में एच-1 एन-1 से 16 लोगों की मौत हो चुकी है। स्वाइन फ्लू का संक्रमण रोकने के लिए मुंबई में 13 अगस्त से स्कूल-कॉलेज और सिनेमाघर क्रमश: सात और चार दिनों के लिए बंद है।

ध्यान दें

प्रकाशित समाचारों पर आप अपनी राय या टिपण्णी भी भेज सकते हैं , हर समाचार के नीचे टिपण्णी पर क्लिक कर के .

लोकप्रिय समाचार